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Praathamik Vidyaalay Ka Baalak - Ek Adhyayan- 2 NES-101 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta VishvavidyalayaNES- 101 प्राथमिक विद्यालय का बालक – एक अध्ययन खंड 2 बच्चे के विकास के सिद्धान्त एवं कारक पाठ्यक्रम में प्राथमिक विद्यालय के बालक की सामान्य तस्वीर प्रस्तुत करती है तथा विकास के विभिन्न पक्षों, यथा- संज्ञानात्मक, सामाजिक, संवेगात्मक, भाषिक, शारीरिक एवं गतिक विकास पर प्रकाश डालती है। इस खंड में मानव जीवन से सम्बधीत विकास की अवधारणा का भी संक्षिप्त विवेचन किया गया है।
Rajniti Siddhant Ki Rooprekha-An Introduction To Political Theory
by O. P. Gauba“राजनीति-सिद्धांत की रूपरेखा’ के सप्तम संस्करण के अंतर्गत जगह-जगह नए संशोधन-परिवर्धन किए गए हैं, और अद्यतन सामग्री का समावेश किया गया है। विवेच्य विषय के निरंतर विस्तारशील स्वरूप को ध्यान रखते हुए इसमें कई नए, महत्त्वपूर्ण प्रकरण जोड़े गए हैं। ‘विचारधारा की संकल्पना’ के अंतर्गत ‘नारीवाद’ (Feminism) का संक्षिप्त परिचय जोड़ा गया है। ‘राज्य का स्वरूप: विविध परिप्रेक्ष्य’ के अंतर्गत दो नए, विस्तृत प्रकरण जोड़े गए हैं: ‘नारीवादी परिप्रेक्ष्य’ (Feminist Perspective) और ‘बहुलवादी परिप्रेक्ष्य’ (Pluralist Perspective) फिर, ‘लोकतंत्र के समकालीन सिद्धांत’ के अंतर्गत यहां दो नए प्रकरण यथास्थान जोड़ दिए गए हैं: ‘विचारणात्मक लोकतंत्र का सिद्धांत’ (Theory of Deliberative Democracy) और ‘लोकतंत्र का विरोधाभास’ (Paradox of Democracy)। ‘न्याय की संकल्पना’ के अंतर्गत ‘समुदायवादी दृष्टिकोण’ (Communitarian View) से जुड़े प्रकरण का प्रचुर विस्तार किया गया है। इसमें समुदायवाद (Communitarianism) के मुख्य-मुख्य उन्नायकों के योगदान की चर्चा करते हुए ‘जॉन सल्स के न्याय-सिद्धांत की समुदायवादी समालोचना’ (Communitarian Critique of John Rawls’s Theory of Justice) पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है।
RPWD Act - Hindi-2016: आरपीडब्ल्यूडी ॲक्ट - हिंदी-2016
by Rpwd Actदिव्यांगजनों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय और उससे संबंधित या उसके आनुषंगिक विषयों को प्रभावी बनाने के लिए अधिनियम दिए गए है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने, 13 दिसम्बर, 2006 को दिव्यांगजनों के अधिकारों पर उसके अभिसमय को अंगीकृत किया था, और पूर्वोक्त अभिसमय दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए सिद्धांत अधिकथित करता है।
sanvrddhi aur vikaas ko sugam banaana-1 NES-102 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaएन ई एस – 102 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 1 इस पाठ्यक्रम में बच्चों के शारीरिक, बोद्धिक, सामाजिक और संवेगात्मक विकास को सुगम बनाने का प्रयत्न किया है। खंड 1 ‘विकास को प्रभावित करने वाले कारक’ इस पाठ्यक्रम में सामकलित व्यक्तित्व विकास की अवधारणा की प्रस्तावना, एकीकृत व्यक्तित्व की विशेषताएँ और इन कार्यकलापों का परिचय दिया है। इस खंड 1 में विकास संबंधी समस्याओं पर भी चर्चा की गई।
Sanvruddhi Aur Vikas Ko Sugam Banana-2 NES-102 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaएन ई एस – 102 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 2 इस पाठ्यक्रम में बच्चो के विकास को प्रभावित करने वाली समस्याओं के विषयों पर चर्चा की गई है। इस खंड में शिक्षक एवं माता-पिता के रूप में बच्चो की विशेष क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए बच्चो के विकास में वह किस प्रकार सहायक सिद्ध हो सकते है इस पर प्रभाव डाला गया है। उनकी योग्यताओं के प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन के तरीके और उपाय भी सुझाए गए है। बच्चो के विकास में होने वाले विभिन्न प्रकार के खेलो से संबंधित कार्यकलापों इस खंड में बताया गया है।
Udyamita Vikas (Foundation course) B.A. B.Sc. B.Com. B.H.Sc. First Year SEM-I and SEM-II - M.P. University
by Madhya Pradesh Hindi Granth Academy BhopalUdyamita Vikas (Foundation course) text book for B.A., B.Sc., B.Com., B.H.Sc. First Year SEM-I and SEM-II According to the Latest Syllabus based on syllabus from Madhya Pradesh Hindi Granth Academy Bhopal in Hindi.
Vigyan Class 8 - RBSE Board
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त है। इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है। विज्ञान की प्रमुख विषय वस्तुओं को प्रयोगाधारित, क्रियाविधि आधारित एवं संवाद के रूप में तैयार किया गया है। विज्ञान की विषयवस्तु को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है जिसके अवलोकन, जिज्ञासा, वर्गीकरण, विभेदीकरण, विश्लेषण, निष्कर्ष प्रतिपादन आदि विभिन्न चरणों को यथास्थान सम्मिलित किया गया है ताकि विद्यार्थी स्वयं गतिविधियाँ संपादित करके ज्ञान का सृजन कर सकें। शिक्षकों से अनुरोध है कि वे विद्यार्थियों को इन गतिविधियों को संपादित करने के पूर्ण अवसर प्रदान करें तथा उन्हें प्रोत्साहित करें। इनके संपादन में वे एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करके उन्हें अवधारणा को निर्मित करने में वांछित सहयोग प्रदान करें। विषयवस्तु के अन्तर्गत राजस्थान, भारत एवं विश्व के परिप्रेक्ष्य एवं संदर्भित बिन्दुओं को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।
Western Political Thinkers: पाश्चात्य राजनीति विचारक
by O. P. Gauba‘पाश्चात्य राजनीति-विचारक’ के अंतर्गत मुख्यतः पश्चिमी जगत् के प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक राजनीति-दार्शनिकों के चिंतन का तुलनात्मक और आलोचनात्मक विवेचन प्रस्तुत किया गया है। इसके आरंभ में गौरव-ग्रंथों के सामान्य लक्षणों का विवरण देते हुए उनकी उपयोगिता और सार्थकता पर प्रकाश डाला गया है; उनकी व्याख्या की सामान्य समस्याओं की चर्चा करते हुए इस व्याख्या के विभिन्न उपागमों की जांच की गई है। फिर पश्चिमी राजनीति चिंतन के इतिहास से जुड़े प्रत्येक युग की सामान्य विशेषताओं का विवरण देते हुए उनके प्रतिनिधि दार्शनिकों की देन को परखा गया है।
Aantrashtriya Kanoon [INTERNATIONAL LAW] M.A. - Kolhan University Chaibasa, Jharkhand: अन्तर्राष्ट्रीय कानून [इंटरनॅशनल लॉ] एम. ए. - कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा, झारखंड
by Suresh Sinhalअन्तर्राष्ट्रीय कानून कक्षा एम. ए. यह पुस्तक लक्ष्मी नारायण अग्रवाल ने हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है, इस पाठपुस्तक में दीर्घ, लघु, अति लघु एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्नों सहित नवीन परीक्षा प्रणाली को दृष्टि में रखकर प्रश्नों को स्थान दिया गया है और पुस्तक को लिखते समय यह प्रयास किया गया है कि यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिए सरल और पूर्णरूपेण उपयोगी बन सके । यह पुस्तक समस्त भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (U.G.C.) द्वारा निर्धारित नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है ।
Aazadi Before Marriage - Novel: आजादी बिफोर मैरिज - उपन्यास
by Shri. Dipak Satyaदिपक सत्य लिखित आजादी बिफोर मैरिज इस किताब मे एक प्रेम कहानी के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों एवं विकृतियों को उजागर करने की कोशिश की गई है। पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के शोषण एवं उनकी दुर्दशा को ऐसे तथ्यों के माध्यम से रेखांकित किया गया है जिसकी तरफ हमारा ध्यान जाता ही नहीं है। यह इस किताब मे लेखक ने समझाया है।
Arthashastra mein Sankhiki (Chapter 1 to chapter 5) class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 1 ते अध्याय 5) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 1 ते अध्याय 5) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 9 अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Arthashastra mein Sankhiki (Chapter 6 to Last chapter) class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 6 ते अंतिम अध्याय) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 6 ते अंतिम अध्याय) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 9 अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Bhartiya Kavya Shastra Avam Pashchatya Sahitya Chintan B.A. SEM-V Ranchi University, N.P.U: भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन बी.ए. सेमीस्टर-V राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Sabhapati Mishraप्रस्तुत पुस्तक ‘भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन’ डॉ. सभापति मिश्र द्वारा लिखित है, जो जयभारती प्रकाशन, इलाहाबाद द्वारा चतुर्थ संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठ्यपुस्तक में काव्यशास्त्र प्राचीन ज्ञाशशाखा है जो अद्यतन प्रवाहित है। इस शास्त्र की एक सुंदीर्घ परम्परा रही है जिसका प्रवर्तन आचार्य भरतमुनि के 'नाट्यशास्त्र' में दृष्टिगोचर होता है। इसी प्रकार अरस्तू ने 'पोइटिक्स' में काव्यशास्त्र के सिद्धान्तों का निरूपण किया है। काव्यशास्त्र का प्रमुख उद्देश्य काव्य के तत्त्वों का विवेचन करना एवं काव्य के स्वरूप का निरूपण करना है। काव्यशास्त्र में अमिधा, लक्षणा और व्यंजना तीन शब्दशक्तियाँ मानी गयी हैं। काव्य सर्जन महाकाव्य, खण्डकाव्य, गीतिकाव्य आदि रूपों में होता है। काव्यशास्त्र के अन्तर्गत विविध काव्यभेदों के सिद्धान्त निरूपित किये गये हैं। काव्यभेदों के स्नान गद्य के भी भेद हैं। प्रस्तुत पुस्तक में भारतीय काव्यशास्त्र के साथ-साथ पाश्चात्य साहित्य-चिन्तन का विवेचन किया गया है।
Bhautiki Bhag 1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भौतिकी भाग 1 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.भौतिकी भाग-1 कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, भौतिकी की विशेष प्रकृति, धारणाओं की समझ के अलावा कुछ परिपाटियों का ज्ञान, आधारभूत गणितीय साधन, महत्त्वपूर्ण भौतिक स्थिरांकों के आंकिक मान, सूक्ष्म स्तर से गैलेक्सीन स्तर के परिसर तक उपयोगी मात्रकों की प्रणाली की अपेक्षा करती है। विद्यार्थियों की सहायता के लिए हमने पुस्तक के अंत में परिशिष्ट A1 से A7 के रूप में आवश्यक साधन एवं डाटाबेस दिए हैं। अतिरिक्त जानकारी या किसी अध्याय विशेष में वर्णित विषय के उपयोग के लिए कुछ अध्यायों के अंत में भी कुछ परिशिष्ट दिए गए हैं।
Bhautiki Bhag 2 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भौतिकी भाग-2 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.भौतिकी भाग-2 कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सात अध्याय दिये गये है, भौतिकी की विशेष प्रकृति, धारणाओं की समझ के अलावा कुछ परिपाटियों का ज्ञान, आधारभूत गणितीय साधन, महत्त्वपूर्ण भौतिक स्थिरांकों के आंकिक मान, सूक्ष्म स्तर से गैलेक्सीन स्तर के परिसर तक उपयोगी मात्रकों की प्रणाली की अपेक्षा करती है। विद्यार्थियों की सहायता के लिए हमने पुस्तक के अंत में परिशिष्ट A1 से A9 के रूप में आवश्यक साधन एवं डाटाबेस दिए हैं। अतिरिक्त जानकारी या किसी अध्याय विशेष में वर्णित विषय के उपयोग के लिए कुछ अध्यायों के अंत में भी कुछ परिशिष्ट दिए गए हैं।
Itihas Darshan - Ranchi University, N.P.U
by Prof. Chaubeइतिहास मनुष्य का अध्ययन है, उसका अध्ययनकर्ता मनुष्य है और जिस मूल सामग्री पर वह आश्रित है वह मनुष्य द्वारा संचित निधि होती है। उपलब्ध स्रोत सामग्री की अपूर्णता के अतिरिक्त इतिहासकार समसामयिक परिस्थितियों की उपेक्षा नहीं कर सकता। अपूर्णताओं के बावजूद भी इतिहासकार सत्य की खोज के प्रति समॢपत होता है। इस कार्य के लिए जिस विशेष प्रकार के अध्ययन, चिन्तन और अनुशासन की आवश्यकता होती है, उसकी अपेक्षा एक प्रशिक्षित इतिहासकार से ही करनी चाहिए। स्रोत सामग्री के चयन, विश्लेषण और प्रस्तुतीकरण के कुछ आधारभूत सिद्धान्त सभी इतिहासकारों पर लागू होते हैं। इतिहास-दर्शन पर लिखित प्रस्तुत ग्रन्थ इस संदर्भ में एक बहुत बड़े अभाव का एक सराहनीय प्रयास है। इतिहास-दर्शन से सम्बन्धित प्राय: सभी विषयों का इस पुस्तक में विद्वत्तापूर्ण विवेचन किया गया है। इतिहास-दर्शन के व्यापक और गहन अध्ययन के लिए यह पुस्तक बड़ी उपयोगी होगी।
Jeev Vigyan class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: जीव विज्ञान कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadजीव विज्ञान कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में बाइस अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है ।
Jharkhand Itihas Evam Sanskruti M.A. SEM-II Ranchi University, N.P.U: झारखंड इतिहास एवं संस्कृति एम.ए. सेमीस्टर-II राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by B. Virottamप्रस्तुत ग्रंथ “झारखंड : इतिहास एवं संस्कृति", डॉ. बी. वीरोक्तम, द्वारा लिखित है, जो भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा-विभाग) के शत-प्रतिशत अनुदान से बिहार हिंदी ग्रन्थ अकादमी द्वारा सप्तम् संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठपुस्तक में तेराह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । यह ग्रंथ इतिहास विषय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
Jharkhand Update (Samagra Jankari Ek Nazar Me)
by Baidhnath Upadhyayस्पर्धा प्रकाशन जमशेदपुर, झारखण्ड के द्वारा इस पुस्तक के संशोधित तथा संवर्द्धित संस्करण को पूर्णतः समसामयिक करते हुए ‘झारखण्ड अपडेट (समग्र जानकारी : एक नजर में)’ नाम से हिन्दी पुस्तक लिखी हैं। झारखण्ड के बारे में सारी सूचनाएं एक पुस्तक में संग्रहित करके और झारखण्ड की धरती पर छिपे हुए अनेक धरोहरें अभ्यर्थियों के सामने प्रस्तुत करता है। विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं हेतु झारखण्ड राज्य से संबंधित सम्पूर्ण तथ्य संदर्भ में सम्पन्न परीक्षाओं में झारखण्ड से पूछे गये लगभग सभी प्रश्नों के उत्तर इस पुस्तक में समाहित है। यही कारण है कि प्रतियोगिता परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को इसका समुचित लाभ प्राप्त हो सके। पाठकों के सुझावों के अनुरूप इसे और अधिक ज्ञानवर्द्धक एवं परीक्षोपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग 1) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग - 1) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि कि गई है ।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 2 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग 2) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग – 2) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में छह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Mauritius Mathematics Grade 7 (Part-I) - MIE
by Mauritius Institute of EducationMauritius Mathematics Grade 7 (Part-I) Textbook Mauritius Institute of Education.
Rajnitik Samajshastra - Ranchi University N.P.U: राजनीतिक समाजशास्त्र - रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू.
by B. L. Fadia Pukhraj Jainराजनीतिक समाजशास्त्र साहित्य भवन पब्लिकेशन्स : आगरा ने पुस्तक हिन्दी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 'राजनीतिक समाजशास्त्र' को सहज और सुबोध भाषा-शैली में प्रस्तुत करने का विनम्र प्रयास है । इसमें विषय से सम्बद्ध सभी पक्षों, यथा-राजनीतिक संस्कृति, राजनीतिक विकास, राजनीतिक भर्ती, राजनीतिक सहभागिता, राजनीतिक समाजीकरण, राजनीतिक अभिजन, मतदान व्यवहार, राजनीतिक आधुनिकीकरण, राजनीतिक समाजशास्त्र का मार्क्सवादी उपागम, शक्ति, सत्ता एवं औचित्यपूर्णता की अवधारणा, राजनीतिक परिवर्तन या क्रान्ति आदि का विशद् विवेचन हुआ है ।
Rasayan Bhag 1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: रसायन (भाग 1) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.रसायन (भाग-1) कक्षा 11 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में रसायन विज्ञान की मूल अवधारणाओं, परमाणु की संरचना, गुणधर्मों में आवर्तिता, रासायनिक आबंधन तथा विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं से अवगत किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में सात अध्यायों का विवरण किया गया है।
Samajshastra F.Y.B.A. M.P. University
by G. K. AgarwalSamajshastra text book for F.Y.B.A According to the Latest Syllabus based on syllabus from M.P. University in Hindi