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Pratinidhi Kahaniyan-Shekhar Joshi

by Shekhar Joshi

शेखर जोशी की कहानियों में शिल्प और संवेदना के अंतर्संबंधो की सुरम्य रचना के साथ जीवन और समाज के सहज उन्नयन एवं परिवर्तनकारी दृष्टि के प्रति दायित्वबोध साफ़ दृष्टिगोचर होता है ! कथात्मक गठन में भाषा के सूक्ष्म उपयोग का उन जैसा आधुनिक बोध हिन्दी कहानी में अपरिचित है ! अत्यन्त सहज और ठंडी भाषा के माध्यम से ए कहानियाँ हमारे समक्ष जिस यथार्थ का उद्घाटन करती हैं, उसके पीछे समकालीन जन-जीवन की बहुविध विडम्बनाओं को महसूस किया जा सकता है ! सपनों की वास्तविकता से अपरिचित बच्चों की ख़ुशी हो या बिरादरी की दलदल में फँसे व्यक्ति की मनोदशा-लेखकीय दृष्टि उन्हें एक अर्थ-गाम्भीर्य से भर देती है ! उसके पास आदर्शवादी निर्णय हैं तो उनके सामने खड़ा कठोर और भयावह यथार्थ भी है ! वस्तुतः शेखर जोशी की ये कहानियाँ बिना किसी शोर-शराबे के हमारी सोच के विभिन्न स्तरों को स्पर्श और झंकृत करनेवाले रचनात्मक गुणों से परिपूर्ण हैं !

Hindi Sahitya Pratishtha B.A. 3rd Year Sem - V (Core-11, 12, DSE - 1 & 2) - Ranchi University, N.P.U: हिन्दी साहित्य प्रतिष्ठा, बी.ए. तृतीय-वर्ष (पंचम-सेमेस्टर) कोर-11, कोर-12, DSE-1 एवं DSE-2 – रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू.

by Kanhaiya Book Distributorss Ranchi

हिन्दी साहित्य प्रतिष्ठा, बी.ए. तृतीय-वर्ष (पंचम-सेमेस्टर) कोर-11, कोर-12, DSE-1 एवं DSE-2 – रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू. ने पुस्तक हिन्दी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में कोर-11 में भारतीय काव्यशास्त्र, कोर-12 में पाश्चात्य काव्यशास्त्र, DSE-1 में सूरदास एवं तुलसीदास और DSE-2 में कबीर दास एवं सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' इन सभी मुद्दो को विस्तार में समजाया गया है ।

Pattakhor: पत्ताखोर 

by Madhu Kankariya

स्वातंत्र्योत्तर भारतीय समाज में हमने जहाँ विकास और प्रगति की कई मंजिले तय की हैं वहीं अनेक व्याधियाँ भी अर्जित की हैं। अनेक समाजार्थिक कारणों से हम ऐसी कुछ बीमारियों से घिरे हैं। जिनका कोई सिरा पकड़ में नहीं आता।

Jeet Aapki

by Shiv Khera

An easy-to-read, practical, common-sense guide that will take you from ancient wisdom to modern-day thinking, You Can Win helps you establish new goals, develop a new sense of purpose, and generate new ideas about yourself and your future. It guarantees, as the title suggests, a lifetime of success. The book enables you to translate positive thinking into attitude, ambition and action to give you the winning edge. · Build confidence by mastering the seven steps to positive thinking · Be successful by turning weaknesses into strengths · Gain credibility by doing the right things for the right reasons · Take charge by controlling things instead of letting them control you · Build trust by developing mutual respect with people around you · Accomplish more by removing the barriers to effectiveness

Bhartiy Itihaas Main Mahilayen M.A. SEM-II Ranchi University, N.P.U: भारतीय इतिहास में महिलाएँ एम.ए. सेमीस्टर-II राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by K. L. Khurana S. S. Chauhan

प्रस्तुत पुस्तक भारतीय इतिहास में महिलाएँ, डॉ. के. एल. खुराना और डॉ. एस. एस. चौहान द्वारा लिखित है, जो लक्ष्मी नारायण अग्रवाल ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठपुस्तक में बीस अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । पुरुषों की तुलना में भारत में महिलाओं की संख्या कदाचित् कम नहीं है, इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि एक स्वस्थ समाज के निर्माण में भी महिलाओंने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है । समाज व देश के आदर्शों और उच्चतम मूल्यों का संरक्षण भी उन्होंने अत्यन्त सफलतापूर्वक किया है । उनके ही उदार दृष्टिकोण के कारण सामाजिक परम्पराएँ एवं मान्यताएँ जीवित हैं । महिलाओं के त्याग, प्रयास और ज्ञान के कारण विद्वानों की यह मान्यता है, कि समाज की वस्तुस्थिति और उसके स्तर की जानकारी, समाज में रहने वाली महिलाओं की स्थिति से जानी व समझी जा सकती है। इस किताब में उन्हीं भारतीय महिलाओं के इतिहास बारे में बताया गया है।

Teen Talaq: Aastha ki C haan-Been

by Salman Khurshid

Triple talaq, or talaq-e-bidat, is one of the most debated issues not only in India but also in other countries having a sizeable Muslim population. Muslim men have regularly misused this provision to divorce their wives instantly by simply uttering 'talaq' thrice. The Supreme Court of India, in the landmark judgement Shayara Bano v. Union of India, finally topic but presents it simply, without much jargon. Explaining the reasons behind the court's decision, he goes on to discuss other aspects of this practice, such as why it is wrong; why this practice has thrived; what the previous judicial pronouncements on it were; what the Quran and Muslim religious leaders say about it; and what the comparative practices in other countries are. This is the Hindi translation of the English edition.

Jaati ke Viruddh Gandhi ka Sangharsh

by Nishikant Kolge

In 1909, while still in South Africa, Gandhi publicly decried the caste system for its inequalities. Shortly after his return to India though, he spoke of the generally beneficial aspects of caste. Gandhi's writings on caste reflect contradictory views and his critics accuse him of neglecting the unequal socio-economic structure that relegated Dalits to the bottom of the caste hierarchy. So, did Gandhi endorse the fourfold division of the Indian society or was he truly against caste? In this book, Nishikant Kolge investigates the entire range of what Gandhi said or wrote about caste divisions over a period of more than three decades: from his return to India in 1915 to his death in 1948. Interestingly, Kolge also maps Gandhi's own statements that undermined his stance against the caste system. These writings uncover the 'strategist Gandhi' who understood that social transformation had to be a slow process for the conservative but powerful section of Hindus who were not yet ready for radical reforms. Seven decades after it attained freedom from colonial powers, caste continues to influence the socio-political dynamics of India, and Gandhi against caste—the battle is not over yet.

Railway Samanya Adhyayan

by Sanjet Kumar

रेलवे सामान्य अध्ययन (पूर्णतः संशोधित संस्करण) रेलवे भर्ती बोर्ड परिक्षा के हेतु स्पीडी प्रकाशन के द्वारा ये किताब प्रकाशित किया है। रेलवे के विभिन्न पदों के लिए होने वाली परीक्षाओं में 27 वर्षों (1992-2018) में आयोजित रेलवे के लगभग 558 परीक्षाओं के पूछे गए प्रश्नों का विस्तृत व्याख्या सहित हल मुख्य बिन्दु के रूप में प्रस्तुत किया गया है। साथ-ही-साथ भारत के राज्य के अंतर्गत भारत के उन महत्वपूर्ण 29 राज्यों एवं 7 केन्द्र शासित राज्यों का पूर्ण विवरण दिया गया है अति महत्त्वपूर्ण विषय के अंतर्गत क्षेत्रीय सामान्य ज्ञान, राष्ट्रिय प्रतीक एवं चिह्न, पुरस्कार एवं सम्मान, खेल-कूद, विश्व दर्शन, परिवहन, संचार, फिल्म जगत, उद्योग, बैंकिंग, मुद्रा-प्रणाली, बजट एवं वैट, कला एवं संस्कृति, मानव शरीर, भारतीय प्रतिरक्षा, हमारी पृथ्वी, नोबेल पुरस्कार, प्रमुख गवर्नर जनरल एवं वायसराय के अलावा इतिहास, राज्यव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, भूगोल, विज्ञान तथा कम्प्यूटर से संबंधित विषयों पर इनके अंतर्गत पूछे जाने वाले प्रश्नों का क्रमानुसार संग्रह दिया गया है।

Badalte Gaon, Badalta Dehat: Nayi Samajikta ka Uday

by Satendra Kumar

Everyday life in contemporary rural India is characterized by an increased sense of mobility, inequality, and uncertainty. Ordinary villagers often find themselves caught between the promises and failures of democracy and development. This ethnographic study of the village of Khanpur (in Uttar Pradesh, north India) is an attempt to grasp everyday life in rural India. Drawing on descriptions of village life, interspersed with theoretical analyses, the author examines how ordinary people construct their own sense of their lives and their futures in everyday activities: working on farms, attending college, searching for non-farm employment, celebrating religious rituals, and dealing with local elections and democracy. The villagers confront growing economic and moral uncertainty; they creatively harmonize public discourse and local practice; and sometimes they resolve incoherence and unease through the use of irony. In so doing, they perform everyday village and caste ethics and re-create transient political, economic, and moral communities at a time of massive social dislocation. Satendra Kumar in this lucid book shows, in no uncertain terms, that villages in Uttar Pradesh and elsewhere have been and continue to be vibrant grounds for the production of culture, sociality, hope, politics, and persons. He also addresses anthropology's forfeiture of the village as a subject of study in an era of globalization.

Autism & Multiple Disability: स्वालीनता एवं बहु - विकलांगता (बहु - दिव्यांगता)

by Susheel Kumar

यह संक्षेपण विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा परिभाषित दिव्यांगता और समावेश के अवधारणा का अवलोकन प्रदान करता है, जैसा कि भारतीय कानूनों में व्यक्त होता है। यह सभी व्यक्तियों के लिए समान अवसर और अधिकारों की आवश्यकता को जोर देता है, चाहे वे किसी भी क्षमता या दिव्यांगता के साथ हों। दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम 2016 ने विभिन्न प्रकार की दिव्यांगता, जैसे ऑटिज़्म, बहु-दिव्यांगता और बहरेपन, को मान्यता दी है। पूर्ववर्ती दिव्यांग जन अधिनियम 1995 इन मुद्दों पर समारोह नहीं करता था। नेशनल ट्रस्ट एक्ट 1999 और अपंगता व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016 भी समावेशितता और बहु-दिव्यांगता की महत्वपूर्णता पर बल देते हैं। यह संक्षेपण इन अवधारणाओं की हिंदी में सरलीकृत व्याख्या प्रदान करने का उद्देश्य रखता है, जिससे साधारण जनता व छात्र इस विषय को समझ सकें। लेखक सुझाव और सुधारों की प्रतीक्षा करता है, ताकि यह प्रयास पाठकों और छात्रों को ज्ञान की प्राप्ति में सशक्त कर सके।

UGC NET JRF SLET - General Paper 1 - Shikshan Aur Shodh Abhivrutti: यू.जी.सी नेट/जेआर एफ/सेट - सामन्य पेपर 1 - शिक्षण और शोध अभिवृत्ती

by Arihant Limited

शिक्षण और शोध अभिवृत्ती सामन्य पेपर 1 अरिहन्त पब्लिकेशन्स (इण्डिया) लिमिटेड ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यक्रम के अनुसार 10 इकाइयों (शिक्षण अभिवृत्ति, शोध अभिवृत्ति, बोध, सम्प्रेषण, गणितीय तर्क और अभिवृत्ति, युक्तियुक्त तर्क, आँकड़ों की व्याख्या, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, लोग, विकास एवं पर्यावरण तथा उच्च शिक्षा प्रणाली) में विवरण की व्याख्या की गई है । पुस्तक में विद्यार्थियों को समझाने के लिए सरल भाषा के साथ जगह-जगहें पर उदाहरण, फ्लोचार्ट, चित्र, एवं नवीन तथ्यों इत्यादि का समावेश किया गया है तथा वर्ष 2018 (दिसम्बर और जुलाई) के हल प्रश्न-पत्रों को विस्तृत व्याख्या के साथ दिया गया है।

Hindi Bhasha Aur Naitik Mulya (Foundation course) B.A..B.Sc.B.Com. B.Sc. first year - M. P. University

by Madhya Pradesh Hindi Granth Academy Bhopal

Hindi Bhasha Aur Naitik Mulya (Foundation course) text book for F.Y.B.A, F.Y.B.Com, F.Y.B.Sc and B.H.Sc. first year According to the Latest Syllabus based on syllabus from Madhya Pradesh Hindi Granth Academy Bhopal in Hindi.

Udyamita Vikas (Foundation course) B.A. B.Sc. B.Com. B.H.Sc. First Year SEM-I and SEM-II - M.P. University

by Madhya Pradesh Hindi Granth Academy Bhopal

Udyamita Vikas (Foundation course) text book for B.A., B.Sc., B.Com., B.H.Sc. First Year SEM-I and SEM-II According to the Latest Syllabus based on syllabus from Madhya Pradesh Hindi Granth Academy Bhopal in Hindi.

Azadi Ke Baad Ka Swarnim Bharat Bhag 2 class 12 - RBSE Board: आझादी के बाद का स्वर्णिम भारत भाग 2 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

आझादी के बाद का स्वर्णिम भारत (भाग- 2) कक्षा 12वी का यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है। इस पाठ्यपुस्तक में आझादी मिलने के बाद भारत में हुए बदलाव के बारे में सहज और सुबोध भाषा-शैली में प्रस्तुत करने का विनम्र प्रयास किया है। इस पुस्तक में देश की गरीबी, अशिक्षा और पिछड़ेपन से जूझ रहे भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राजीव गांधीजी ने दिए हुए अनमोल योगदान के बारे में बताया गया है। भारतीय राजनीति की प्रमुख प्रवृत्तियों एवं उपलब्धियों का ऐसा ज्ञान है जिस पर प्रत्येक भारतीय को नाज होना स्वाभाविक है।

Bharat Bhautik Paryavaran Class 11 - RBSE Board

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

भारत भौतिक पर्यावरण कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में खंड 1 प्रस्तावना में स्थिति-विश्व में भारत का स्थान एवं आंतरिक संबंध, खंड 2 - भूआकृति विज्ञान में संरचना एवं उच्चावच; भूआकृतिक विभाजन; अपवाह तंत्र; जल विभाजक संकल्पना; हिमालय और प्रायद्वीपीय, खंड 3 - जलवायु, वनस्पति एवं मृदा में मौसम एवं जलवायु - तापमान, वायुदाब, पवन और वर्षा का स्थानिक एवं कालिक वितरण; भारतीय मानसूनः क्रियाविधि, आरंभ एवं परिवर्तिता - स्थानिक एवं कालिक; जलवायु प्रकार; प्राकृतिक वनस्पति-वनों के प्रकार एवं वितरण, वन्य जीवन संरक्षरण, जीव मंडल निचय, मृदा-प्रमुख प्रकार एवं विभाजन, मृदा अवकर्षण एवं संरक्षण और खंड 4 - प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ: कारण, परिणाम तथा प्रबंध में बाढ़ तथा सूखा; भूकंप तथा सुनामी; चक्रवात; भू-स्खलन आदी के विषय पर चर्चा की गई है।

Bharat Ka Itihas Part 1 class 12 - RBSE Board: भारत का इतिहास भाग 1 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

भारत का इतिहास इस पाठ्यपुस्तक मे भारत के ऐतिहासिक व राष्ट्रीय गौरव, भारतीय इतिहास व संस्कृति के वैभवशाली अतीत, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक, साहित्यिक, कलात्मक एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों, महान् शासकों व महापुरुषों का तथ्यात्मक विवरण, मौर्य और गुप्त वंश के शासकों की गौरवमयी उप्लाब्धीया, राजस्थान के स्वाधीनता आन्दोलन का विवरण देते हुए किसान एवं जनजातीय आन्दोलनों के माध्यम से आम आदमी के संघर्ष को निकट से दिखाया है।

Bharat Ka Itihas Part 2 class 12 - RBSE Board: भारत का इतिहास भाग 2 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

भारत का इतिहास इस पाठ्यपुस्तक मे भारत के ऐतिहासिक व राष्ट्रीय गौरव, भारतीय इतिहास व संस्कृति के वैभवशाली अतीत, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक, साहित्यिक, कलात्मक एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों, महान् शासकों व महापुरुषों का तथ्यात्मक विवरण, मौर्य और गुप्त वंश के शासकों की गौरवमयी उप्लाब्धीया, राजस्थान के स्वाधीनता आन्दोलन का विवरण देते हुए किसान एवं जनजातीय आन्दोलनों के माध्यम से आम आदमी के संघर्ष को निकट से दिखाया है।

Bhartiya Kala Bhag 2 class 12 - RBSE Board: भारतीय कला भाग 2 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

भारतीय कला भाग 2 कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में तीन इकाइयों में विभक्त कर अध्ययन सुलभ बनाते हुए विभिन्न कला खण्डों में भारतीय कला इतिहास के क्रमिक विकास को प्रस्तुत कर खण्ड – 'अ' में मध्यकालीन लघु चित्र शैलियों के उद्भव विकास और कलागत विषयवस्तु को अध्ययन की दृष्टि से शामिल किया गया है, वहीं खण्ड- 'ब' में स्वतन्त्रता आन्दोलन और स्वतन्त्रता पश्चात के कला रूपों को आधुनिक भारतीय चित्रकला की अध्ययन वस्तु बनाया है । चूंकि पुस्तक का प्रस्तुतीकरण काल क्रमानुसार है, अतः खण्ड - 'स' में मध्यकालीन मूर्तन एवं मंदिर स्थापत्य के विषय संदर्भ में भारतीय एवं राजस्थानी मूर्तिशिल्पों के साथ - साथ आधुनिक मूर्तिकला का विश्लेषणात्मक अध्ययन भी प्रस्तुत किया गया है । पुस्तक में यथास्थान चित्र, मानचित्र व रेखाचित्र आदि का समावेश अध्ययन के उद्देश्यों की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होगा ।

Bhugol class 12 - RBSE Board: भूगोल कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

भूगोल कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में उच्च माध्यमिक स्तर पर विद्यार्थियों को मानव भूगोल के विभिन्न पहलुओं की स्पष्ट जानकारी मिले, इसलिए इस पुस्तक को दो खण्डों में विभाजित किया गया है। प्रथम खण्ड-अ का नाम 'मानव भूगोल के मूल तत्व' है। इसमें मानव भूगोल के इतिहास, जनजातियों, विश्व जनसंख्या, मानव प्रवास, अधिवास, व्यवसाय परिवहन व व्यापार के साथ-साथ पर्यावरणीय समस्याओं से सम्बन्धित पहलूओं की जानकारी हेतु 6 इकाईयों के 12 अध्याय है। इस खण्ड में मानवीय पक्षों का वर्णन वैश्विक सन्दर्भ में किया गया है। खण्ड–ब का नाम 'भारत जनसंख्या एवं अर्थव्यवस्था' रखा गया है। इस खण्ड की 4 इकाईयों के 10 अध्यायों में भौगोलिक पक्षों की जानकारी भारतीय सन्दर्भ में प्रदान की गई है। अंतिम इकाई के 3 अध्याय राजस्थान राज्य की भौगोलिक सन्दर्भ की जानकारियों पर वर्णित है ।

Darshan Shastra Class 12 - RBSE Board: दर्शनशास्त्र कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

दर्शनशास्त्र इस पाठ्यपुस्तक मे सभी प्रशासनिक प्रतियोगियों परीक्षाओं, रेलवे, बैंक, बी.एड. आदि में होने वाली परीक्षाओं में आवश्यक विषय के रूप में किसी न किसी अंश में सम्मिलित किया गया है। प्रत्येक अध्याय से सम्बधित वस्तुनिष्ठ, अति लघुत्तरात्मक, लघुत्तरात्मक एवं निबंधात्मक प्रश्नों का उल्लेख भी किया गया है

Grah Vigyan class 12 - RBSE Board: गृह विज्ञान कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

गृह विज्ञान व्यवहारिक शिक्षा होने के साथ-साथ व्यवसायिक एवं पारिवारिक शिक्षा का विषय भी है। इस विषय के विद्यार्थी अपनी दैनिक जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु विविध क्रियाकलापों के वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति का प्रदर्शन भी कर सकते है जिससे शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक रूप से स्वस्थ एवं सम्पन्न व्यक्ति, परिवार, समाज तथा राष्ट्र का निर्माण कर सके। राज्य सरकार के निर्देशानुसार नये पाठ्यक्रम के अनुसार 2015 में कक्षा 11 की पुस्तक लिखी गई थी। इसी के अनुसार 2017 में कक्षा 12 की पुस्तक लिखी गयी।

Jiwan Kaushal Shiksha Class 11 - RBSE Board

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रस्तुत पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर, द्वारा स्वीकृत नवीन पाठ्यक्रमानुसार कक्षा XI के लिये राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान सरकार के सहयोग से बोर्ड के मान्यता प्राप्त विद्यालयों मे निःशुल्क वितरण हेतु तैयार की गई है। पुस्तक में जीवन कौशल शिक्षा विषय को सरल भाषा में संदर्भित करने का पूरा प्रयास किया गया है। पुस्तक तैयार करते समय राजस्थान राज्य की शिक्षा नीति के दिशा निर्देशों तथा राष्ट्र एवं राज्य की आवश्यकताओं के अनुरूप राजस्थान के कक्षा XI के समस्त विद्यार्थियों के लिये उपयुक्त स्तर का पूर्ण ध्यान रखा गया है। आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में उदाहरण प्रस्तुत कर विषयवस्तु को विद्यार्थियों के लिये सुग्रही एवं रूचिपूर्ण बनाने का प्रयास किया गया है। पुस्तक का उद्देश्य विषय के बारे में विद्यार्थियों की समझ को बढ़ाना है। शिक्षक के द्वारा कक्षा में गतिविधि के संचालन के दौरान विद्यार्थी इस पुस्तक का स्वयं अध्ययन सामग्री के रूप में प्रयोग कर सकेंगे। तीन इकाईयों में विभक्त इस पुस्तक में कुल 29 पाठ हैं।

Lok Prashasan class 12 - RBSE Board: लोक प्रशासन कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

लोक प्रशासन कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक मे उन्तीस अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गये है । लोक प्रशासन प्रशासन की एक अधिक व्यापक अवधारणा का ही एक पहल है। इसलिए लोक प्रशासन का अर्थ समझने से पहले यह आवश्यक है कि हम 'प्रशासन' शब्द का अर्थ समझें। अंग्रेजी शब्द 'administer' (प्रशासन करना) दो लातिन शब्दों ad और minister के मेल से निकलता है जिनका अर्थ है 'सेवा करना' या 'प्रबंधित करना' । 'प्रशासन' का शाब्दिक अर्थ है सार्वजानिक मामलों का प्रबंधन ।

Mandakini class 12 - RBSE Board: मंदाकिनी कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

मंदाकिनी कक्षा 12वी का यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है। इस पाठ्यपुस्तक में भारतीय संस्कृति और परम्पराओं के बारे में बताया गया है। इस पुस्तक में महापुरूषों के प्रेरक व्यक्तित्वों के पाठ सम्मिलित किए गये है।

Manovigyan class 12 - RBSE Board: मनोविज्ञान कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

मनोविज्ञान इस पाठ्यपुस्तक मे बुद्धि और अभिक्षमता मानव व्यवहार के ज्ञानात्मक पक्षों जो उनकी क्षमता एवं अनुकूलता को प्रेषित करने का प्रयास है। अतः व्यक्तित्व का सारगर्भित अध्ययन और इस प्रतिस्पर्धात्मक जीवन शैली में तनाव, मानवीय क्षमताएँ और खुशहाली एक दूसरे के विरोधाभासी प्रत्यय है लेकिन पुस्तक में इन्हें विहंगात्मक रूप से समझाने का सारगर्भित प्रयास किया गया है।

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