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Aantrashtriya Kanoon [INTERNATIONAL LAW] M.A. - Kolhan University Chaibasa, Jharkhand: अन्तर्राष्ट्रीय कानून [इंटरनॅशनल लॉ] एम. ए. - कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा, झारखंड

by Suresh Sinhal

अन्तर्राष्ट्रीय कानून कक्षा एम. ए. यह पुस्तक लक्ष्मी नारायण अग्रवाल ने हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है, इस पाठपुस्तक में दीर्घ, लघु, अति लघु एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्नों सहित नवीन परीक्षा प्रणाली को दृष्टि में रखकर प्रश्नों को स्थान दिया गया है और पुस्तक को लिखते समय यह प्रयास किया गया है कि यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिए सरल और पूर्णरूपेण उपयोगी बन सके । यह पुस्तक समस्त भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (U.G.C.) द्वारा निर्धारित नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है ।

Sawdhan Neeche Aag Hai: सावधान नीचे आग है

by Sanjeev

चन्दनपुर के नीचे आग धधक रही है । लोगों में आग है, उनकी नसों के बिलकुल करीब...आग ही आग...लाल-सुर्ख. ..तपती हुई... । यह आग हो सकता है कि कभी किसी बड़े परिवर्तन का सूत्रपात करे लेकिन अभी तो वह सिर्फ लोगों को जला रही है । तिल-तिल करके जल रहे हैं वे, अपनी छोटी-छोटी अपूर्ण इच्छाओं के साथ । जिन्दगी बीभत्सता की हद तक सड़ी हुई...नर्क. .. । दलालों, सूदखोरों और गुंडों के बीच पिसते, कोयले की गर्द फाँकते, चन्दनपुर के खदान मजूदूर यह अच्छी तरह जानते हैं कि उनके बजाय उनकी औरतों को ही पहले काम क्यों दिया जाता है । ' 'सच तो यह है कि जिनके हाथ में कानून और पावर है, सब चोर हैं । मेहनत, ईमानदारी की कोई कदर नहीं । जो लूट रहा है, लूट रहा है, जो बिला रहा है, बिला रहा है.. .यह समूचा इलाका ही बैठ जाएगा एक दिन जल-जल कर' ' -मेवा के इस कथन में आक्रोश के साथ लाचारी है, खीज है । संजीव की कहानियों में शुगरकोटेड यथार्थ नहीं होता और न ही मनोरंजन । समाज के जिस वर्ग की जिंदगी के बारे में वे लिखते हैं, उसकी पीड़ाओं की तह तक उतर जाते हैं । अब तक दर्जनों चर्चित कहानियों के लेखक संजीव के इस उपन्यास में विषय की गहराई, उसकी समझ और पकड़, शैली और शिल्प के अतिरिक्त जो प्रतिबद्धता है, हर पाठक को उसका कायल होना पड़ेगा ।

Jungal jahan shuru hota hai: जंगल जहाँ शुरू होता है

by Sanjeev

पिछले कुछ वर्षों में हिन्दी लेखकों ने बहुधा अनछुए, परित्यक्त और वर्जित क्षेत्रों की यात्राएँ की हैं - जनजातियाँ, कोयला खदान, समुद्र, अन्तरिक्ष, तकनॉलॉजी और वे तमाम क्षेत्र जहाँ जिन्दगी साँस लेती है।

Sanjeev Ki Katha-Yatra Teesra Parav: संजीव की कथा-यात्राः तीसरा पड़ाव

by Sanjeev

महाकाल और महाकाली मेरे लिए आस्तिकता के पर्याय नहीं, समय और शक्ति की द्वंद्वात्मकता के प्रतीक हैं, आततायियों के विनाश के बाद सूजन की ओर लौट चलने की अनुप्रेरणा ही मेरे लिए जीवन संघर्षों का सार है।

Sanjeev Ki Katha-Yatra Doosra Parav: संजीव की कथा-यात्रा-दूसरा पडाव

by Sanjeev

कैसे कहें कि कहानी सीप के कीड़े द्वारा मोती रचने जैसा कर्म है, कैसे कहें कि कहानी कुम्हार द्वारा घड़ा या मूर्तियाँ बनाने जैसा उद्यम है, कैसे कहें कि कहानी किसान द्वारा फसल पैदा करने या गायक द्वारा राग साधने जैसा श्रम है। कितने नदी-नालों, गड़हों, समुद्र या अन्य स्रोतों के जल-सा उसके अवयव अणु-अणु घटनाओं, पात्रों, चरित्रों, संवेदनाओं आदि रूप में बादलों की तरह आकार लेते हैं, कभी उड़ जाते हैं और कभी संघनित होकर बूंद-बूंद बरसते हैं, कभी कोहरा, कभी शबनम, कभी रिमझित तो कभी धार-धार...!

Sanjeev Ki Katha-Yatra Pahala Parav: संजीव की कथा-यात्रा पहला पड़ाव

by Sanjeev

प्रस्तुत कहानियाँ तीस वर्षों के आज़ाद भारतीय मानस के कैनवस पर उभरे आर्थिक, नैतिक, राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक यथार्थ की शिनाख्त हैं। सच समझना बड़ा दुष्कर है, बोलना और भी दुष्कर और सच को झेलना सबसे दुष्कर। कहानी मेरे लिए मौज-मस्ती का अंग नहीं है जो गुदगुदा सके। जहाँ ज़ख्म और फफोले हैं, वहाँ सोच को भटकाना मैं जघन्य अपराध मानता हूँ अतः उस तरह के अफ़ीम के व्यापारियों से हमारी राह अलग है। अगर ज़ख्म रिसते हैं तो इस हक़ीक़त को छुपाना, कराह और आक्रोश के कण्ठस्वर को रोकना, आत्मघात और कायरता है। इसीलिए निदान के लिए सभी तरह के तर्कसंगत प्रयासों को जुबान देना मैंने अपना फ़र्ज़ समझा है।

Shri Ramcharitmanas (Sundarkand) - Ranchi University N.P.U: श्रीरामचरितमानस : पंचम सोपान (सुन्दरकांड) - रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू.

by Yogendra Singh

श्रीरामचरितमानस : पंचम सोपान (सुन्दरकांड) इस किताब में सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि ने सुन्दरकांड की रचना करके रामकथा के अन्तर्गत हनुमान को लक्ष्मण के साथ सह नायकत्व का स्थान प्रदान किया । तुलसी ने पूरी कथा के अन्तर्गत हनुमान के शौर्य, उनकी बुद्धिमत्ता एवं वाग्मिता के ऊपर श्रीराम के माहात्म्य को स्थापित करने की चेष्टा की है । हनुमान कथा के ही समानान्तर इस कांड में उन्होंने विभीषण के महनीय चरित्र की उद्भावना करके आश्रयविहीन शरणागत की पूर्णरक्षा के जिस संकल्प को यहाँ स्थापित किया है, इसी सम्पूर्ण सुन्दरकांड के विवेचन तथ्यों पर विशेष ध्यान दिया गया है ।

Bhramargeet Saar (Aalochanatmak Evam Vyakhyatmak Sankalan) – Ranchi University N.P.U: भ्रमरगीत सार (आलोचनात्मक एवं व्याख्यात्मक संकलन) - रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू.

by Acharya Shukla

'Bhramargeet' is an essence gem inside the Sursagar. Due to not having a good version of the overall sun ocean, very few people take up the labor of entering within the unique rasadhara emanating from the heart of 'Sur'. In 1920, I assembled a good selection of illusory verses and organized to publish them; But due to many reasons the book could not be published at that time. Printed forms were lying for many years. After so many days, today 'Bhramgrit Saar' is kept in front of the society.

FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 2 Lekhan Kaushal - IGNOU: FHD 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 2: लेखन कौशल - इग्नू

by Indira Vishvavidyalaya

FHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 2: लेखन कौशल) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में हम कुल छह इकाइयाँ दे रहे हैं। इकाई 7 प्रभावी लेखन से संबंधित है। इसमें हमने प्रभावी लेखन की अवधारणा के विषय में चर्चा की है तथा साथ ही विषयवस्तु एवं शिल्प के उन प्रमुख पक्षों की जानकारी भी दी है जिनसे लेखन प्रभावी हो सकता है। इकाई 8 पुनःरचना की तैयारी से संबद्ध है इसमें रचना की तैयारी से पहले तथा रचना करते समय ध्यान देन योग्य बातों की चर्चा की गई है। रचना में शीर्षक का क्या महत्व है यह भी बताया गया है। इकाई 9 पुनःरचना से संबंधित है। इसमें संक्षेपण, भाव पल्लवन, रिपोर्ट लेखन आदि की जानकारी दी गई है। परीक्षा की तैयारी करते समय पाठ्यसामग्री का अध्ययन करके उसमें से महत्वपूर्ण बिन्दुओं के किस प्रकार नोट्स लिए जाते हैं, इसकी जानकारी नोट्स लेखन के अन्तर्गत दी गई है। इकाई 10,11 एवं 12 रचना के प्रमुख प्रकारों से संबंद्ध है। वर्णनात्मक लेखन में किसी व्यक्ति वस्तु दृश्य या घटना का चित्रण वर्णनों द्वारा किस प्रकार किया जाता है, इसकी जानकारी इस इकाई में दी गई है।

FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 3 Sahitya Vividh Vidhaen - IGNOU: FHD - 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 3: साहित्य : विविध विधाएँ - इग्नू

by Indira Vishvavidyalaya

FHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 3: साहित्य : विविध विधाएँ) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में छह इकाइयाँ शामिल हैं। प्रत्येक विधा के परिचय हेतु एक संपूर्ण इकाई दी गई है, जिससे एक विशिष्ट विधा की अंर्तरचना और विशिष्टता को आप समझ सकेंगे। प्रत्येक इकाई साहित्य की विशिष्ट विधा की स्वतंत्र लेखन शैली को समझाने में आपकी सहायता करेगी। उदहारण के लिए इकाई-18 में आप 'संस्मरण' लेखन का उद्देश्य, उसकी विशिष्टता, संरचना, भाषा, शिल्प आदि का परिचय प्राप्त कर सकेंगे। प्रत्येक इकाई में विविध विधा में उपलब्ध प्रसिद्ध लेखकों की महत्वपूर्ण रचनाओं का मूलपाठ जोड़ दिया गया है।

FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 4 Likhit Sampreshan - IGNOU: FHD - 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 4: लिखित सम्प्रेषण) इग्नू

by Indira Vishvavidyalaya

FHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 4: लिखित सम्प्रेषण) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में हम कुल छह इकाइयाँ दे रहे हैं। पहली इकाई में औपचारिक पत्र लेखन पर विचार किया गया है। दूसरी इकाई में संचार माध्यमों के लिए लेखन पर विचार किया गया है। तीसरी इकाई में कार्यालयी लेखन पर विचार किया गया है। खंड की चौथी इकाई में सर्जनात्मक लेखन की भाषा पर विचार किया गया है। खंड की पाँचवी इकाई में ऐसी साहित्यिक विधाओं की भाषा पर विचार किया है जिन्हें वैयक्तिक लेखन की श्रेणी में गिना जा सकता है। छठी इकाई का संबंध भाषण के लिए लेखन से है। तात्पर्य यह है कि ऐसा लेखन जिसका उपयोग बाद में बोलने के लिए किया जाएगा। उदाहरण के लिए रेडियो या टी वी समाचार, रेडियो वार्ता, भाषण और संवाद लेखन।

FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 1 Bhasha Aur Sampreshan - IGNOU: FHD - 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 1: लिखित सम्प्रेषण - इग्नू

by Indira Vishvavidyalaya

FHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 1: भाषा और सम्प्रेषण) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । हिंदी में आधार पाठ्यक्रम-02 (एफ.एच.डी.02) का यह पहला खंड है इस खंड में छह इकाइयाँ हैं । इस खंड में भाषा और सम्प्रेषण पर विचार किया गया है। सम्प्रेषण के क्रम में हम भाषा का विभिन्न स्तरों पर उपयोग करते हैं। सम्प्रेषण मुख्य रूप से बोलकर और लिखकर किया जाता है। इसके अलावा हम अपने शारीरिक अंगों के माध्यम से भी अपने भावों को प्रकट करते हैं। इसे उच्चरित भाषा, लिखित भाषा और आंगिक भाषा के नाम से जाना जाता है। इन तीनों भाषिक अभिव्यक्तियों पर हमने अलग अलग इकाइयों में विचार किया है।

Srijan Bhag-1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: सृजन भाग-1 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

सृजन भाग- 1 कक्षा 11 के लिए सृजनात्मक लेखन और अनुवाद की पाठ्यपुस्तक का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में चार इकाइयाँ हैं। प्रत्येक इकाई में हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में समानांतर सामग्री दी गई है। दोनों ही भाषाओं में स्वतंत्र रूप से अध्यायों को लिखा गया है।

Bharat Ki Khoj class 8 - NCERT: भारत की खोज कक्षा 8 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भारत की खोज-जवाहरलाल नेहरू की पुस्तक भारत की खोज का संक्षिप्त रूप,कक्षा 8 के लिए हिंदी की पूरक पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् भाषा सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नामवर सिंह और इस पुस्तक के मुख्य सलाहकार प्रोफ़ेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल की विशेष आभारी है। पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान किया, इस योगदान को संभव बनाने के लिए परिषद् उनके प्राचार्यों एवं उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ है जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। परिषद् माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देती है। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।

Ganit ka Jaadu V Class 5 - Ncert

by Ncert

This is a Mathematics Hindi Medium Textbook for Class 5 Published by Ncert.

Aas Paas III Class 5 - Ncert

by Ncert

This is a Mathematics Hindi Medium Textbook for class 5 Published by Ncert.

Samajik Vigyan Sansadhan Avam Vikas class 8 - NCERT: सामाजिक विज्ञान संसाधन एवं विकास कक्षा 8 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कक्षा 8 के लिए भूगोल की पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरि वासुदेवन और इस पाठ्यपुस्तक समिति की मुख्य सलाहकार विभा पार्थसारथी की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया, इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री और सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं।

Ganit class 8 - NCERT: गणित कक्षा 8 - NCERT

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कक्षा 8 के लिए पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् इस पाठ्यपुस्तक के सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफेसर जयंत विष्णु नारलीकर और इस पुस्तक के सलाहकार डॉ. हृदयकांत दीवान की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया। इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम, विशेष रूप से एवं उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रो. मणाल मिरी और प्रो. जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित, राष्ट्रीय मानीटरिंग समिति द्वारा प्रदत्त बहुमूल्य समय एवं योगदान के लिए कृतज्ञ हैं। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।

Rimjhim V Class 5 - Ncert

by Ncert

This is a Hindi Textbook for class 5 Published by Ncert.

Durva Bhag 3 class 8 - NCERT: दूर्वा भाग 3 कक्षा 8 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कक्षा 8 के लिए हिंदी की पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् भाषा सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नामवर सिंह और इस पुस्तक के मुख्य सलाहकार प्रोफ़ेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल की विशेष आभारी है। पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान किया, इस योगदान को संभव बनाने के लिए परिषद् उनके प्राचार्यों एवं उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ है जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। परिषद माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देती है।

Rasayan Bhag 2 class 12 - NCERT: रसायन भाग 2 कक्षा 12 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

रसायन भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के नौं अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। विद्यार्थी इन नियमों एवं सिद्धांतों पर प्रवीणता प्राप्त कर लेने के पश्चात प्रागुक्ति करने की स्थिति में पहुँच जाएंगे। ऐतिहासिक विकास और जीवन में उपयोग बताते हुए, विषय में उत्सुकता जाग्रत रखने का प्रयास किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।

Hamara Atit 2 class 7 - NCERT: हमारे अतीत 2 कक्षा 7 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

हमारे अतीत-2 कक्षा 7 के लिए इतिहास की पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। इस पुस्तक के प्रत्येक अध्याय को कई भागों में बाँटा गया है। इन भागों को पढ़ने, इस पर आपस में बातचीत करने और समझने के बाद ही अगले अध्याय की शुरुआत कीजिए।

Hamara Paryavaran Bhugol class 7 - NCERT: हमारा पर्यावरण भूगोल कक्षा 7 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

हमारा पर्यावरण कक्षा 7 के लिए भूगोल की पाठ्यपुस्तक - राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद्, इस पुस्तक के विकास में सहयोग देने हेतु दौलत पटेल, अध्यापिका (अवकाशप्राप्त), सरदार पटेल विद्यालय, नयी दिल्ली; स्वागता बासु, लेक्चरर, एस.एस.वी. (पी.जी.) कॉलेज, हापुड़ एवं शिप्रा नॉयर, दार्जिलिंग का आभार व्यक्त करती है। निम्नलिखित बिंदु इस पाठ्यपुस्तक में इस्तेमाल किए गए भारत के मानचित्रों के लिए लागू हैं- भारत सरकार का प्रतिलिप्याधिकार, 2006, आन्तरिक विवरणों को सही दर्शाने का दायित्व प्रकाशक का है, समुद्र में भारत का जलप्रदेश, उपयुक्त आधार-रेखा से मापे गये बारह समुद्री मील की दूरी तक है, चण्डीगढ़, पंजाब और हरियाणा के प्रशासी मुख्यालय चण्डीगढ़ में है।

Samajik Aur Rajnitik Jeevan 2 class 7 - NCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन 2 कक्षा 7 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन माध्यमिक शाला स्तर पर समाज विज्ञान के पाठ्यक्रम में पुराने चले आ रहे विषय, नागरिक शास्त्र की जगह लेने वाला एक नया विषय है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में यह ज़ोर देकर कहा गया है कि नागरिक शास्त्र को छोड़ देना ज़रूरी है और उसकी जगह लेने वाले नए विषय में सरकारी संस्थाओं और उनके कार्यों को दिए जाने वाले महत्त्व को संतुलित किया जाना चाहिए। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट होता है; इस विषय में आज के भारत के सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक जीवन के मुद्दों को केंद्र में रखा जाएगा।

Rasayan Bhag 1 class 12 - NCERT: रसायन भाग 1 कक्षा 12 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

रसायन भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के नौं अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। विद्यार्थी इन नियमों एवं सिद्धांतों पर प्रवीणता प्राप्त कर लेने के पश्चात प्रागुक्ति करने की स्थिति में पहुँच जाएंगे। ऐतिहासिक विकास और जीवन में उपयोग बताते हुए, विषय में उत्सुकता जाग्रत रखने का प्रयास किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।

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