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Hindi Semester 1 class 6 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 कक्षा 6 - जीएसटीबी

by Gstb

આ પુસ્તક ધોરણ ૬ નું હિન્દી (સેમિસ્ટર ૧) વિષય નું પાઠ્યપુસ્તક છે .

Hindi Semester 1 class 7 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 कक्षा 7 - जीएसटीबी

by Gstb

हिंदी कक्षा ७ पाठ्यपुस्तक में पाठ 1 चित्र द्वारा अवलोकन करना है, पाठ २ में रामनेश त्रिपाठी की कविता का सुन्दर वर्णन मिलता हैय चित्र क साथ और पाठ 3 कुत्तेकी वफ़ादारी प्रस्तुत कहानी मे अपने स्वामी के प्रति जानवर की वफादारी को उजागर किया गया है. पाठ ४ कथनी और करनी कथनी और करनी मै अंतर के ऐसे कई उदाहरण रोज देखने को मिलते है । जो प्रस्तुत किये गे है, ५ पाठ में हिन्द देश के निवासी विविधता मे एकता हमारे देश की विशेषता है । साथ हि विकास और शक्ति की परिचायक भी है ।पाठ ६ में डो. विक्रम साराभाई हमारे जीवन को सुविधापुर्ण बनाने मै वैज्ञानिको का प्रमुख योगदान रहा है । प्रस्तुत इकाई हमे विक्रम साराभाई जैसे अद्भुत व्यक्तित्व से परिचित कराती है, पाठ ७ ढुंढते रह जाओगे पहेलियो को सुन्दर तरीके से प्रस्तुत किया गया है, पाठ ८ दोहा अष्टक दोहे हिन्दी भाषा साहित्य की अनमोल नीधि है प्रस्तुत ईकाइ मै कबीर, तुलसीदास और रहिम के चुने गए ऐसे ही दोहे संकलित है । पुनरावर्तन १ और पुनरावर्तन २ दिया गया है.

Hindi Semester 1 class 8 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 कक्षा 8 - जीएसटीबी

by Gstb

बच्चों में सृजनशीलता, विचारशक्ति, तर्कशक्ति और पृथककरण करने की क्षमता (कौशल) विकसित हो यही नए पाठ्यक्रम के मुख्यतः उद्देश्य है। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 1. तेरी है जमीं प्रस्तुत कविता एक प्रार्थना गीत है । 2. ईदगाह प्रेमचंद की अमर कहानी है इसमें दादी के प्रति प्रेम तथा उपयोगी चीज खरीदने की विवेकपूर्ण बुद्धिमता प्रकट होती है । पाठकगण बालक हामिद के त्याग, सद्भाव और विवेक को देखकर भावविभोर हो जाते हैं । 3. अंतरिक्ष परी सुनीता विलियम्स प्रस्तुत पाठ में अंतरिक्षयात्रियों की जानकारी के साथ - साथ अंतरिक्ष परी सुनीता विलियम्स के जीवन , शिक्षा , अंतरिक्षयात्रा के लिए परीक्षण , प्रशिक्षण , अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन , सुनीता के अंतरिक्ष रिकार्ड , अहमदाबाद में सुनीता के आगमन और छात्रों को प्रेरणा , लड़कियों और महिलाओं के लिए गौरव , प्रोत्साहन तथा अंतरिक्षयात्रा में उनके द्वारा की गई खोजों के बारे में बताया गया है । 4. उठो , धरा के अमर सपूतों प्रस्तुत काव्य में प्रकृति के तत्त्वों से प्रेरणा लेकर अपने ज्ञान का उपयोग कर देश के सपूतों को नवनिर्माण करने का संदेश दिया है ।5. सवाल बालमन के, जवाब डॉ. कलाम के प्रश्नोत्तर शैली में प्रस्तुत यह साक्षात्कार डॉ . अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम से बच्चों की बातचीत पर आधारित है । 6. भरत कालिदास द्वारा लिखित मूल नाटक अभिज्ञानशाकुंतलम् ' का हिन्दी में अनुवाद राजा लक्ष्मण सिंह ने किया था । प्रस्तुत पाठ उसी नाटक का एक अंश है ।7. सोच अपनी - अपनी किसी विषय के पक्ष और विपक्ष में तर्क - वितर्क सहित अपने विचारों की अभिव्यक्ति ही वाद - विवाद ' है । वाद - विवाद , मौखिक भावाभिव्यक्ति का अत्यंत प्रभावशाली तथा महत्त्वपूर्ण रूप है एक वक्ता पक्ष में अपने विचार रखता है , तो दूसरा वक्ता विपक्ष में । इस प्रकार वक्ताओं को अपनी बात की पुष्टि तथआ विपक्षी के कथन के खंडन का अवसर मिलता है , 8. माँ! कह एक कहानी मारनेवाले से बचानेवाला बड़ा होता है , यह उक्ति चरितार्थ हुई है , गौतम बुद्ध के जीवन से । संवाद शैली की इस कविता में गौतम बुद्ध के बचपन की एक घटना का उल्लेख है , जिसमें उनका पुत्र राहुल माँ यशोधरा से राजकुमार सिद्धार्थ की उसी कहानी को दोहराने का आग्रह करता है , जिससे उपर्युक्त उक्ति परिभाषित हुई थी । 9. ममता जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित इस कहानी की नायिका ममता है । पुनरावर्तन 1 और २ भी दिये गए है.

Hindi Semester 2 class 6 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 2 कक्षा 6 - जीएसटीबी

by Sanjay Talsania Revabhai Prajapati Hiteshkumar Nayak Rameshbhai Parmar Meenabahn Kapadi Mangalbhai Gohil Govindbhai Rohit Aslamasha Fakir Jhanubhai Sangada Vinodbhai Patel Ashwinbhai Patel Nurodin Shah

अजमाइश के बाद गुजरात राज्य की सारी पाठशालाओ के लिए सन्‌ 2012 में तैयार की गई पाठयपुस्तक का यह पुन: मुदण है । कक्षा 6 की पाठ्यपुस्तको को क्षतिरहित बनाने का प्रयास किया गया है इतनी शक्ति हमें देना दाता यह एक प्रार्थना काव्य है । काव्य में ईश्वर से प्रार्थना की गई है कि किसी भी परिस्थिति में किसीसे कोई भूल न हो । अनूठे इन्सान इस इकाई में दो प्रसंग हैं । प्रथम प्रसंग फ्रांस के महान शासक नेपोलियन बोनापार्ट के बचपन पर आधारित है । जो हमें सत्य एवं प्रामाणिकता की राह पर चलने की प्रेरणा देता है । जबकि दूसरे प्रसंग में केरल की देशभक्त लड़की कौमुदी के 'सच्चे दान' का निरूपण है । ज़रा मुस्कराइए जीवन में हास्य का बहुत ही महत्त्व है । हास्य जीवन के दुःख को भुलाकर नई उमंग भर देता है । हँसने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है पुस्तक - हमारी मित्र जीवन में पत्रों का विशेष महत्त्व है । पत्रों के माध्यम से मानवीय सम्बन्धों में एक ताज़गी, नयापन व जीवन्तता बनी रहती है । जय विज्ञान की इस इकाई में जय जवान, जय किसान के साथ विज्ञान की जय बताई गई है । वैज्ञानिक खोजों की वजह से जो उपकरण बने हैं उनका सारे विश्व पर बहुत बड़ा प्रभाव रहा है । उन प्रभावों के कारण आज सारा विश्व विभिन्न प्रकार से सुख सुविधाओं का अनुभव कर रहा है । न्याय इस कहानी में चातुर्य की बात है यह भी एक परीक्षा सुरेन्द्र अंचल प्रस्तुत एकांकी के रचनाकार प्रसिद्ध साहित्यकार श्री सुरेन्द्र अंचल जी हैं । अंचल जी ने अनेक एकांकी, कविता, रेडियो रूपक, कहानी आदि की रचना की है । अंत में पुनरावर्तन है

Hindi Semester 2 class 7 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 2 कक्षा 7 - जीएसटीबी

by Gstb

पाठ 1 बेटी- पढ़ना लिखना, तरक्की करना एवं दुनिया में उजियारा फैलाने में नारी कभी पीछे नहीं रही । वह खुद स्वाभिमान से जी कर स्वनिर्भर बन सकती है[प्रस्तुत पाठ में संजय गया है, 2 हम भी बनें महान प्रस्तुत इकाई में स्वामी विवेकानंद, गोपालकृष्ण गोखले, सचिन तेंदुलकर और हजरत अली के जीवन से जुड़े कुछ प्रसंग दिए गए हैं, जिनमें उनकी महानता के कुछ बुनियादी गुण दृष्टव्य होते हैं । यही गुण हमारे जीवन के लिए प्रेरणा पीयूष हैं । ऐसे गुणों को अपनाकर हम भी महान बन सकते हैं । 3 सच्चा हीरा प्रस्तुत कहानी में व्यक्ति के ज्ञान के साथ साथ उसके कर्म को भी महत्व दिया गया है । अच्छा ज्ञान, अच्छी बात है लेकिन वह आचरण में नहीं है तो, निरर्थक है । इस बात को रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है । 4 देश के नाम संदेश इसमें देशवासियों के मन में देशाभिमान की भावना उत्पन्न हो, ऐसी सीख भी है । 5 धरती की शान पंडित भरत व्यास जी हमारे जाने माने गीतकार थे यह गीत सन् १९५८ में आई हिन्दी फिल्म गाँव गौरी से लिया गया है । 6 मालवजी फौज़दार प्रस्तुत एकांकी में एक छोटे बालक मालवजी फौजदार की निर्भयता, प्रतिज्ञापालन, कर्तव्य भावना और मातृप्रेम प्रस्तुत किया गया है 7 बढ़े कहानी मनुष्य कहानी प्रिय है । कहानी बनाना दिलचश्प और चुनौतीपूर्ण कार्य है । छात्र में कहानी निर्माण के प्रति रुचि उत्पन्न हो इसलिए यहाँ वैविध्यपूर्ण अभ्यास दिए गए हैं । कहानी विकास और विस्तार की प्रवृतियाँ कहानी लेखन की ओर नई दिशा देंगी । 8 मुस्कान के मोती हास्य मनुष्य को जीवन शक्ति प्रदान करता है, उसे दीर्घायु बनाता है । हँसी क्रोध, चिन्ता और क्षोभ को भगा देती है । साथ ही वह सुख और स्वास्थ्य की चाबी है । ‘मुस्कान के मोती' के रूप में यहाँ ऐसे ही कुछ चुटकुले दिए गए हैं । 9 समय-सारिणी समय का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व है । समय के सदुपयोग के लिए जीवन में किसी भी काम का व्यवस्थित आयोजन करना अत्यंत आवश्यक है 10 अंदाज अपना-अपना किसी भी विषय के सम्बन्ध में तर्कपूर्ण सोचना या चिंतन करना, मनन करते हुए अपनी बात को प्रगट करना तार्किक चिंतन कहलाता है प्रस्तुत इकाई में तार्किक चिंतन के बहु आयामी सोच का विकास-विस्तार हो, ऐसे वैविध्यपूर्ण कुछ अभ्यास रखे गए हैं ।और अंत में पुनरावर्तन 1 और 2 है.

Kavya-Vithi B.A. Sem-I - Ranchi University, N.P.U.

by Vindhyavasini Pande Arun Kumar Mithilesh Singh

Kavya - Vithi is a Hindi poerty book published by Bhasha Publisher and written by Dr.Vindhyavasini nandan Pande, Dr.Arun Kumar, and Dr.Mithilesh Kumar Singh. In this book the work is given about the poets and their poems.

Pattakhor: पत्ताखोर 

by Madhu Kankariya

स्वातंत्र्योत्तर भारतीय समाज में हमने जहाँ विकास और प्रगति की कई मंजिले तय की हैं वहीं अनेक व्याधियाँ भी अर्जित की हैं। अनेक समाजार्थिक कारणों से हम ऐसी कुछ बीमारियों से घिरे हैं। जिनका कोई सिरा पकड़ में नहीं आता।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 1 Sthapana Ke Liye Takneek – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 1 स्थापना के लिए तकनीक - इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेशियों में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह पहला खंड "स्थापना के लिए टेक्नोलॉजी" शीर्षक वाला खंड है। सामुदायिक रेडियो केन्द्र की स्थापना के लिए आधारभूत ढांचे तथा तकनीकी जरूरतों को के बारे में सम्पूर्ण ज्ञान प्रदान करता है।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 2 Karyakram Nirman – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 2 कार्यक्रम निर्माण - इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह दूसरा खंड "कार्यक्रम निर्माण" शीर्षक वाला खंड है। इस पाठ्यक्रम में कार्यक्रमों की योजाना और विशेषज्ञों की भूमिका और बाहरी स्रोत जैसे अहम पक्षों पर प्रकाश डाला गया है।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 3 Nirman ki Takniki – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 3 निर्माण की तकनीक – इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो का संचालन खंड 3 निर्माण की तकनीक – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 4 Dirghakalin Kshamata – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 4 दीर्घकालीन क्षमता - इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह चौथा खंड "दीर्घकालीन क्षमता शीर्षक वाला खंड है। इसमें व्यावसायिक योजनाओं और दीर्घकालीन क्षमता विकास के बारे में चर्चा की गयी है।

Manasarovar-Part 1

by Munshi Premchand

A collection of short stories by Premchand

Manasarovar-Part 2

by Munshi Premchand

A collection of Short Stories by Premchand- Part 2

Manasarovar-Part 3

by Munshi Premchand

A collection of short stories by Premchand

Rajniti Sidhanth Ki Rooprekha: राजनीति-सिद्धांत की रूपरेखा

by Om Gaba

"राजनीति-सिद्धांत की रूपरेखा' के सप्तम संस्करण के अंतर्गत जगह-जगह नए संशोधन-परिवर्धन किए गए हैं, और अद्यतन सामग्री का समावेश किया गया है। विवेच्य विषय के निरंतर विस्तारशील स्वरूप को। नए महत्त्वपूर्ण प्रकरण जोड़े गए हैं। 'विचारधारा की संकल्पना' के अंतर्गत 'नारीवाद' (Feminism) का संक्षिप्त परिचय जोड़ा गया है। 'राज्य का स्वरूप : विविध परिप्रेक्ष्य' के अंतर्गत दो नए, विस्तृत प्रकरण जोड़े गए हैं।

Sanjeev Ki Katha-Yatra Doosra Parav: संजीव की कथा-यात्रा-दूसरा पडाव

by Sanjeev

कैसे कहें कि कहानी सीप के कीड़े द्वारा मोती रचने जैसा कर्म है, कैसे कहें कि कहानी कुम्हार द्वारा घड़ा या मूर्तियाँ बनाने जैसा उद्यम है, कैसे कहें कि कहानी किसान द्वारा फसल पैदा करने या गायक द्वारा राग साधने जैसा श्रम है। कितने नदी-नालों, गड़हों, समुद्र या अन्य स्रोतों के जल-सा उसके अवयव अणु-अणु घटनाओं, पात्रों, चरित्रों, संवेदनाओं आदि रूप में बादलों की तरह आकार लेते हैं, कभी उड़ जाते हैं और कभी संघनित होकर बूंद-बूंद बरसते हैं, कभी कोहरा, कभी शबनम, कभी रिमझित तो कभी धार-धार...!

Sanjeev Ki Katha-Yatra Pahala Parav: संजीव की कथा-यात्रा पहला पड़ाव

by Sanjeev

प्रस्तुत कहानियाँ तीस वर्षों के आज़ाद भारतीय मानस के कैनवस पर उभरे आर्थिक, नैतिक, राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक यथार्थ की शिनाख्त हैं। सच समझना बड़ा दुष्कर है, बोलना और भी दुष्कर और सच को झेलना सबसे दुष्कर। कहानी मेरे लिए मौज-मस्ती का अंग नहीं है जो गुदगुदा सके। जहाँ ज़ख्म और फफोले हैं, वहाँ सोच को भटकाना मैं जघन्य अपराध मानता हूँ अतः उस तरह के अफ़ीम के व्यापारियों से हमारी राह अलग है। अगर ज़ख्म रिसते हैं तो इस हक़ीक़त को छुपाना, कराह और आक्रोश के कण्ठस्वर को रोकना, आत्मघात और कायरता है। इसीलिए निदान के लिए सभी तरह के तर्कसंगत प्रयासों को जुबान देना मैंने अपना फ़र्ज़ समझा है।

Sanjeev Ki Katha-Yatra Teesra Parav: संजीव की कथा-यात्राः तीसरा पड़ाव

by Sanjeev

महाकाल और महाकाली मेरे लिए आस्तिकता के पर्याय नहीं, समय और शक्ति की द्वंद्वात्मकता के प्रतीक हैं, आततायियों के विनाश के बाद सूजन की ओर लौट चलने की अनुप्रेरणा ही मेरे लिए जीवन संघर्षों का सार है।

Srijan Bhag-1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: सृजन भाग-1 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

सृजन भाग- 1 कक्षा 11 के लिए सृजनात्मक लेखन और अनुवाद की पाठ्यपुस्तक का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में चार इकाइयाँ हैं। प्रत्येक इकाई में हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में समानांतर सामग्री दी गई है। दोनों ही भाषाओं में स्वतंत्र रूप से अध्यायों को लिखा गया है।

Bharat Log Aur Arthavyavstha (Bhugol) class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भारत लोग और अर्थव्यवस्था (भूगोल) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

भारत लोग और अर्थव्यवस्था (भूगोल) कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में भू-स्थानिक तकनीक के उपयोग द्वारा भूगोल की विभिन्न संकल्पनाओं से अवगत किया है। इस पाठपुस्तक में सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी शिक्षा तथा विभिन्न मानचित्रों का समावेश किया गया है।

Ganit ka Jadu class 2 - Ncert

by Ncert

This book is for Class 2 for the subject Mathematics in Hindi medium. It is a textbook, published by NCERT as per the CBSE specifications.

Rimjhim III Class 3 - Ncert

by Ncert

This is a Hindi Textbook for class 3 Published by Ncert.

Manovigyan class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: मनोविज्ञान कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

मनोविज्ञान कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में मनोविज्ञान के आनुभाविक स्वरूप तथा मानव व्यवहार के अध्ययन में वैज्ञानिक उपागम को अपनाने के विषय को अवगत किया है। कक्षा 11 में मनोविज्ञान इस पाठपुस्तक में विभिन्न विशेषज्ञाों, महाविद्यालयों एवं विद्यालय से निविष्टीयाँ प्राप्त की गई है। इस पाठपुस्तक में मानव व्यवहार के विश्लेषण को वैज्ञानिक ढंग से करने तथा सामन्य बोध से अलग व्याख्याओं का उपयोग करने का समावेश किया गया है।

Vigyan class 9 - NCERT: विज्ञान कक्षा 9 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विज्ञान कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, विज्ञान की इस पाठ्यपुस्तक में, विशेष आवश्यकता वाले समूह, लिंग भेदभाव, ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को इस पुस्तक में सहजता से समाहित किया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रबंधन संबंधित कुछ सरोकारों (उदाहरणार्थ, संपोषणीय विकास) पर परिचर्चा करने की प्रेरणा भी मिलेगी ताकि वे इनसे संबंधित सभी तथ्यों का वैज्ञानिक विश्लेषण करने के पश्चात स्वयं निर्णय ले सकें। इस पुस्तक की कुछ विशेषताएँ इसके प्रभाव को एक विस्तृत आयाम देती हैं। प्रत्येक अध्याय की भूमिका दैनिक जीवन से संबंधित उदाहरणों के साथ दी गई है तथा यथासंभव रूप से विद्यार्थियों द्वारा किए जा सकने वाले क्रियाकलापों को भी समाहित किया गया है।

Vishwa Itihas Ke Kuch Vishay class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: विश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

विश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से इस अनुभाग मे समाजो से सम्बन्धीत दो विषयो के बरे मे पढेगे । पहला विषय सुदूर अतीत मे लाखो साल पहले मानव अस्तित्व की शुरुवात बारे मे मानव प्राणीयो का प्रादुर्भाव कैसा हुआ और पुरातत्व विज्ञानीओ ने इतिहास के इन प्रारंभिक चरनो के बारे मे हड्डीयो और पत्थर के औजारो के अवशेषो की सहायता से कैसे मानव की प्रगती हुई इसका शोध किया ।

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