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Jharkhand Itihas Evam Sanskruti M.A. SEM-II Ranchi University, N.P.U: झारखंड इतिहास एवं संस्कृति एम.ए. सेमीस्टर-II राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by B. Virottam

प्रस्तुत ग्रंथ “झारखंड : इतिहास एवं संस्कृति", डॉ. बी. वीरोक्तम, द्वारा लिखित है, जो भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा-विभाग) के शत-प्रतिशत अनुदान से बिहार हिंदी ग्रन्थ अकादमी द्वारा सप्तम् संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठपुस्तक में तेराह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । यह ग्रंथ इतिहास विषय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।

Sanshipt Budhcharit class 8 - NCERT: संक्षिप्त बुद्धचरित कक्षा 8 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

संक्षिप्त बुद्धचरित कक्षा 8 के लिए हिंदी की पूरक पाठ्यपुस्तक। यह पुस्तक विद्यालयी शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा - 2000 और इस रूपरेखा के अनुरूप तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है। एन.सी.ई.आर.टी. की कार्यकारिणी समिति की दिनांक 19 जुलाई 2004 को आयोजित बैठक में पाठ्यपुस्तकों की गुणवत्ता से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा की गई और यह निर्णय लिया गया कि सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकों की शीघ्र ही समीक्षा की जाए। इस निर्णय का अनुपालन करते हुए एन.सी.ई.आर.टी. ने सभी पाठ्यपुस्तकों के परीक्षण के लिए 23 त्वरित समीक्षा समितियों का गठन किया। इन समितियों ने संकल्पनात्मक, तथ्यात्मक तथा भाषा संबंधी विविध अशुद्धियों की पहचान की। समीक्षा की इस प्रक्रिया में पहले किए गए पाठ्यपुस्तकों के मूल्यांकन को भी ध्यान में रखा गया। यह प्रक्रिया अब पूर्ण हो चुकी है और पाई गई अशुद्धियों का सुधार कर दिया गया है। हमें आशा है कि पुस्तक का यह संशोधित संस्करण शिक्षण व अधिगम का प्रभावी माध्यम सिद्ध होगा। इस पुस्तक की गुणवत्ता में और अधिक सुधार के लिए हमें आपके सुझावों की प्रतीक्षा रहेगी।

Samajik Vigyan Hamare Ateet Bhag 3 class 8 - NCERT: सामाजिक विज्ञान हमारे अतीत 3 कक्षा 8 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कक्षा 8 के लिए इतिहास की पाठ्यपुस्तक, यह पुस्तक बहुत सारे इतिहासकारों, शिक्षाविदों और शिक्षकों की सामूहिक कोशिशों का फल है। इन अध्यायों के लेखन और संशोधन में कई माह लगे हैं। ये अध्याय कार्यशालाओं में हुई चर्चाओं और ई-मेल पर हुए विचारों के आदान-प्रदान से उपजे हैं। इस प्रक्रिया में प्रत्येक सदस्य ने प्रकारांतर से अपनी क्षमता के अनुरूप योगदान दिया है। बहुत सारे व्यक्तियों और संस्थानों ने इस किताब को तैयार करने में मदद दी। प्रोफेसर मुजफ्फर आलम और डॉ. कुमकुम रॉय ने इसके मसविदे पढ़े और बदलाव के लिए कई अहम सुझाव दिए। किताब में दिए गए चित्रों के लिए हमने कई संस्थाओं के संग्रहों का इस्तेमाल किया। दिल्ली शहर और 1857 की घटनाओं के बहुत सारे चित्र अल्काज़ी फ़ाउंडेशन फ़ॉर दि आर्ट्स से लिए गए हैं। ब्रिटिश राज के बारे में लिखी गयी उन्नीसवीं सदी की बहुत सारी सचित्र पुस्तकें इंडिया इंटरनैशनल सेंटर के बहुमूल्य इंडिया कलेक्शन का हिस्सा थीं।

Vigyan Evam Praudyogiki class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में सोलह अध्याय दिये गए है। पाठ्यपुस्तक में हमारी पृथ्वी और सौर परिवार के बारे में बताया है, पर्यावरण के घटक, पदार्थ की प्रकृति और पदार्थों का पृथक्करण, हमारे चारों और होनेवाले बदल और परिवर्तन आदि के बारे में समजाया गया है। मापन, सजीवों के लक्षण एवं वर्गीकरण, सजीवों की संरचना तथा उनके कार्य, गति-बल तथा दाब इनके बारे में पाठ्यपुस्तक में स्पष्टीकरण दिया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान और गणित के क्षेत्र में विश्व को गौरवशाली योगदान प्रदान करने वाले कुछ महान भारतीय वैज्ञानिकों तथा गणितज्ञों के विषय में जानकारी भी दी गई है।

Phans: फांस

by Sanjeev

संजीव 38 वर्षों तक एक रासायनिक प्रयोगशाला, 7 वर्षों तक 'हंस' समेत कई पत्रिकाओं के सम्पादन और स्तम्भ-लेखन से जुड़े संजीव का अनुभव संसार विविधता से भरा हुआ है, साक्षी हंम उनकी प्रायः 150 कहानियाँ और 12 उपन्यास। इसी विविधता और गुणवत्ता ने उन्हें पाठकों का चहेता बनाया है। इनकी कुछ कृतियों पर फिल्में बनी हैं, कई कहानियाँ और उपन्यास विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में हैं। अपने समकालीनों में सर्वाधिक शोध भी उन्हीं की कृतियों पर हुए हैं। 'कथाक्रम', 'पहल', 'अन्तरराष्ट्रीय इन्दु शर्मा', 'सुधा-सम्मान' समेत अनेक पुरस्कारों से सम्मानित... । नवीनतम है हिन्दी साहित्य के सर्वोच्च सम्मानों में से एक इफको का श्रीलाल शुक्ल स्मृति साहित्य सम्मान-2013। अगर कथाकार संजीव की भावभूमि की बात की जाये तो यह उनके अपने शब्दों में ज्यादा तर्कसंगत, सशक्त और प्रभावी होगा-“मेरी रचनाएँ मेरे लिए साधन हैं, साध्य नहीं। साध्य है मानव मुक्ति।”

Bhartiya Arthvyastha: भारतीय अर्थव्यवस्था

by संजीव वर्मा

यूपीएससी पाठ्यक्रम के नए पैटर्न के आधार पर पूरी तरह से संशोधित और अद्यतन संस्करण - अब 4 व्यापक खंडों में संरचित- ए। घरेलू अर्थव्यवस्था, बी। बाहरी क्षेत्र- बाहर की ओर, सी। ग्लोबल इकोनॉमी और आउटलुक और डी। इंडियन इकोनॉमी रिविजिटेड, आउटलुक और चुनौतियां। पुस्तक आर्थिक मुद्दे को महान वैचारिक स्पष्टता के साथ रेखांकित करने और आवेदन के हिस्से में लाने और वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता का प्रयास है। नई पीढ़ी के छात्रों को अर्थव्यवस्था को सही परिप्रेक्ष्य में समझने का प्रयास। निम्नलिखित अध्यायों में अर्थव्यवस्था में भारत सरकार द्वारा शुरू की जा रही नई अवधारणाओं, नीतियों और कार्यान्वयन को अद्यतन करने और जोड़ने के दौरान सीखने की आसानी को ध्यान में रखा गया है: 1. मुख्य विशेषताएं: नया भारत 2. गरीबी और सामाजिक क्षेत्र 3. सरकार फाइनेंसिंग और बैंकिंग 4. विदेश व्यापार नीति ... कुछ का नाम दिया जाना है निम्नलिखित वर्गों को नए संस्करण में डाला गया है: 1. भारतीय अर्थव्यवस्था तारकीय प्रदर्शन 2. भारत की अर्थव्यवस्था भर में फैले JAM 3. माल और सेवा कर: एक प्रगतिशील कर व्यवस्था 4 निति आयोग: द प्रीमियर पॉलिसी थिंक टैंक 5. स्टार्टअप इंडिया: विंग्स टू द स्काई ऊपर 6. डिमॉनेटाइजेशन पॉलिसी: काले धन के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक को कुछ ही समय में अवधारणा (ओं) को सीखने और समझने की सुविधा के लिए आरेखों के साथ समृद्ध किया गया है।

Samajshastra F.Y.B.A. M.P. University

by G. K. Agarwal

Samajshastra text book for F.Y.B.A According to the Latest Syllabus based on syllabus from M.P. University in Hindi

Rajneeti Vigyan B.A (Hons.) Sem-I -Ranchi University, N.P.U

by Pukhraj Jain

Rajneeti Vigyan text book for B.A (Hons.) Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Bharat Ka Itihas (Prarambh Se 1200 E. Tak) F.Y.B.A. M.P. University

by A. K. Mittal Dr R. Agarwal

भारत का इतिहास (प्रारंभ से 1200 ई. तक)भारत का इतिहास मध्य प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में बी.ए. (इतिहास) प्रथम वर्ष के प्रथम प्रश्न-पत्र के लिए निर्धारित नए वार्षिक पद्धाति के अनुसार पाठ्यक्रम पर आधारित है। नवीनतम् जानकारी व सरल भाषा होने के साथ-साथ पुस्तक में स्पष्ट मानचित्रा (Maps) व तालिकाआ (Charts) के द्वारा क्लिष्ट विषयों को भी विद्यार्थियों को समझने के अनुकूल बनाया गया है। पुस्तक पूर्णतया नवीन पाठ्यक्रम के अनुरूप है। प्रत्येक अध्याय से सम्बन्धित लघु एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी दिए गये हैं।

Vigyan class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड.

by Raipur Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad C. G.

विज्ञान कक्षा 10 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में विज्ञान संबंधित जानकारियों को विवेकपूर्ण तरीकों से प्राप्त करना, प्रयोगों से जुड़े और सिद्धान्तों को परखने के लिए अग्रसर किया गया है। कक्षा 10 में विज्ञान विषय के अन्तर्गत गणितीय आँकड़े इकट्ठे करने, आंकड़ों का विश्लेषण करने, उनकी तुलना करने और निष्कर्ष निकालने इन सभी प्रत्यक्ष अनुभव का इस पाठपुस्तक में समावेश किया गया है।

Arthashastra B.A (Hons.) Sem-I -Ranchi University, N.P.U

by V. C. Sinha Pushpa Sinha

Arthashastra textbook According to the Latest Syllabus based on the Choice Based Credit System (CBCS) for Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in Hindi.

Rajneeti Vigyan B.A (CBCS) Sem-I Ranchi University, N.P.U

by J. C. Jauhari Prof. Jeevan Mahata

Rajneeti Vigyan text book for B.A (CBCS) Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Vigyan class 10 - NCERT Guide Book: विज्ञान कक्षा 10 - एनसीईआरटी गाइड बुक

by Susen Kr Sinha

Guide book for class ten vigyan is aimed to given the sudents extra edge for their examination and to check their overall preparation for CBSE board examination. Students will understnd the way to answer the question that are in text book and a proper way of writing answer.

Itihas Darshan - Ranchi University, N.P.U

by Prof. Chaube

इतिहास मनुष्य का अध्ययन है, उसका अध्ययनकर्ता मनुष्य है और जिस मूल सामग्री पर वह आश्रित है वह मनुष्य द्वारा संचित निधि होती है। उपलब्ध स्रोत सामग्री की अपूर्णता के अतिरिक्त इतिहासकार समसामयिक परिस्थितियों की उपेक्षा नहीं कर सकता। अपूर्णताओं के बावजूद भी इतिहासकार सत्य की खोज के प्रति समॢपत होता है। इस कार्य के लिए जिस विशेष प्रकार के अध्ययन, चिन्तन और अनुशासन की आवश्यकता होती है, उसकी अपेक्षा एक प्रशिक्षित इतिहासकार से ही करनी चाहिए। स्रोत सामग्री के चयन, विश्लेषण और प्रस्तुतीकरण के कुछ आधारभूत सिद्धान्त सभी इतिहासकारों पर लागू होते हैं। इतिहास-दर्शन पर लिखित प्रस्तुत ग्रन्थ इस संदर्भ में एक बहुत बड़े अभाव का एक सराहनीय प्रयास है। इतिहास-दर्शन से सम्बन्धित प्राय: सभी विषयों का इस पुस्तक में विद्वत्तापूर्ण विवेचन किया गया है। इतिहास-दर्शन के व्यापक और गहन अध्ययन के लिए यह पुस्तक बड़ी उपयोगी होगी।

Punar Milan

by Penny Jordan

Jab ek vivah samaroh mein Bel ne apne purva pati Luke ko pass bethe dekha, toh woh samaj gayi ki ab dhamaka hona tay hai. Use ab bhi is baat par yakin tha ki wahi uske jeevan ka ekmatra sachcha prem hai- aur yah unke purva bhavavesh ki chingari ko dobara sulgaane ke liye bilkul upyukt mauka tha...

Siddharth: सिद्धार्थ

by Hermann Hesse

1946 में साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लेखक हरमन हेस का यह विश्वप्रसिद्ध उपन्यास है। अनेक भाषाओं में अनूदित इस छोटे-से उपन्यास का विश्व साहित्य में बहुत बड़ा दर्जा है। खुद को खोजने की अन्तरयात्रा की यह कहानी भारत की पृष्ठभूमि पर लिखी गई है। कहानी है गौतम बुद्ध के ज़माने में सिद्धार्थ नामक युवक की जो ज्ञानोदय की तलाश में अपने घर-बार को छोड़कर निकल जाता है। इस यात्रा के दौरान सिद्धार्थ को किस प्रकार के अलग-अलग अनुभव होते हैं यही सब इस उपन्यास में दर्शाया गया है। मूलतः जर्मन भाषा में लिखा यह उपन्यास 1960 के दशक में बहुत लोकप्रिय हुआ।

Computer Aur Sanchaar Prodhogiki Bhag 2 class 11 - NCERT Board: कम्प्यूटर और संचार प्रौद्योगिकी भाग 2 कक्षा 11 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कम्प्यूटर और संचार प्रौद्योगिकी भाग 2 कक्षा 11 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में छ: विषय-वस्तुओं/ यूनिटों के अंतर्गत चौदह अध्याय हैं, अर्थात् कम्प्यूटर तथा संचार प्रौद्योगिकी (Computer and Communication Technology - CCT) के संसार में स्वागत; कार्यस्थल उत्पादकता उपकरण संचार अवधारणाएं एवं कुशलताएँ; वेब प्रकाशन प्रौद्योगिकी; सामूहिक कार्य (टीमवर्क) तथा वेब आधारित सहयोग उपकरण और उभरती हुई प्रौद्योगिकियाँ। यह पुस्तक निष्ठापूर्वक तैयार की गई है और पाठ्यपुस्तक विकास समूह, स्कूलों के अध्यापक, विषय विशेषज्ञ, शिक्षाविद् और सरकारी, गैर-सरकारी तथा निजी संस्थाओं / संगठनों के तकनीकी विशेषज्ञ के सतत प्रयासों का परिणाम है । छात्र उच्च माध्यमिक स्तर के बाद भी कम्प्यूटर के बारे में अध्ययन जारी रख सकते हैं और नहीं भी, किंतु ऐसा प्रतीत होता है कि वे सीसीटी के पीछे निहित तर्क को किसी भी अन्य शाखा में उपयोगी पाएँगे, चाहे वह प्रशासन हो, सामाजिक विज्ञान हो, पर्यावरण, अभियांत्रिक (इंजीनियरिंग), प्रौद्योगिकी, जैविकी, चिकित्सा या ज्ञान की कोई भी अन्य शाखा हो ।

Computer Aur Sanchaar Prodhogiki Bhag 1 class 11 - NCERT Board: कम्प्यूटर और संचार प्रौद्योगिकी भाग 1 कक्षा 11 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कम्प्यूटर और संचार प्रौद्योगिकी भाग 1 कक्षा 11 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में छ: विषय-वस्तुओं/ यूनिटों के अंतर्गत चौदह अध्याय हैं, अर्थात् कम्प्यूटर तथा संचार प्रौद्योगिकी (Computer and Communication Technology - CCT) के संसार में स्वागत; कार्यस्थल उत्पादकता उपकरण संचार अवधारणाएं एवं कुशलताएँ; वेब प्रकाशन प्रौद्योगिकी; सामूहिक कार्य (टीमवर्क) तथा वेब आधारित सहयोग उपकरण और उभरती हुई प्रौद्योगिकियाँ। यह पुस्तक निष्ठापूर्वक तैयार की गई है और पाठ्यपुस्तक विकास समूह, स्कूलों के अध्यापक, विषय विशेषज्ञ, शिक्षाविद् और सरकारी, गैर-सरकारी तथा निजी संस्थाओं / संगठनों के तकनीकी विशेषज्ञ के सतत प्रयासों का परिणाम है । छात्र उच्च माध्यमिक स्तर के बाद भी कम्प्यूटर के बारे में अध्ययन जारी रख सकते हैं और नहीं भी, किंतु ऐसा प्रतीत होता है कि वे सीसीटी के पीछे निहित तर्क को किसी भी अन्य शाखा में उपयोगी पाएँगे, चाहे वह प्रशासन हो, सामाजिक विज्ञान हो, पर्यावरण, अभियांत्रिक (इंजीनियरिंग), प्रौद्योगिकी, जैविकी, चिकित्सा या ज्ञान की कोई भी अन्य शाखा हो ।

UGC NET JRF SLET - General Paper 1 - Shikshan Aur Shodh Abhivrutti: यू.जी.सी नेट/जेआर एफ/सेट - सामन्य पेपर 1 - शिक्षण और शोध अभिवृत्ती

by Arihant Limited

शिक्षण और शोध अभिवृत्ती सामन्य पेपर 1 अरिहन्त पब्लिकेशन्स (इण्डिया) लिमिटेड ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यक्रम के अनुसार 10 इकाइयों (शिक्षण अभिवृत्ति, शोध अभिवृत्ति, बोध, सम्प्रेषण, गणितीय तर्क और अभिवृत्ति, युक्तियुक्त तर्क, आँकड़ों की व्याख्या, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, लोग, विकास एवं पर्यावरण तथा उच्च शिक्षा प्रणाली) में विवरण की व्याख्या की गई है । पुस्तक में विद्यार्थियों को समझाने के लिए सरल भाषा के साथ जगह-जगहें पर उदाहरण, फ्लोचार्ट, चित्र, एवं नवीन तथ्यों इत्यादि का समावेश किया गया है तथा वर्ष 2018 (दिसम्बर और जुलाई) के हल प्रश्न-पत्रों को विस्तृत व्याख्या के साथ दिया गया है।

UGC Net Itihas Prashna (Hindi)

by Kumar Nalin Kumar Ashutosh Naveen Kumar Vineet Kumar

यूजीसी नेट इतिहास प्रश्न इस किताब को हिंदी भाषा में अरिहंत पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया गया है, नवीन पाठ्यक्रम की दृष्टीकोन को ध्यान में रखते हुए जूनियर रिसर्च फैलोशिप तथा लैक्चरशिप हेतु राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षा के अनुरूप 3 मॉडल पेपर्स को स्थान दिया गया है । इस पाठपुस्तक में संशोधित पैटर्न के अनुसार सम्पूर्ण पाठ्यक्रम का अध्यायवार विवरण तथा वर्तमान परीक्षा-पद्धती के अनुरूप वस्तुनिष्ठ प्रश्नो, कथन-कारण, सुमेलन, युग्म, क्रम आदि से सम्बन्धित प्रश्नों का भरपूर समावेश किया गया है ।

UGC Net Itihas Prashan (Hindi): यूजीसी नेट इतिहास प्रश्न

by Kumar Nalin Kumar Ashutosh Naveen Kumar Vineet Kumar

यूजीसी नेट इतिहास प्रश्न इस किताब को हिंदी भाषा में अरिहंत पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया गया है, नवीन पाठ्यक्रम की दृष्टीकोन को ध्यान में रखते हुए जूनियर रिसर्च फैलोशिप तथा लैक्चरशिप हेतु राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षा के अनुरूप 3 मॉडल पेपर्स को स्थान दिया गया है । इस पाठपुस्तक में संशोधित पैटर्न के अनुसार सम्पूर्ण पाठ्यक्रम का अध्यायवार विवरण तथा वर्तमान परीक्षा-पद्धती के अनुरूप वस्तुनिष्ठ प्रश्नो, कथन-कारण, सुमेलन, युग्म, क्रम आदि से सम्बन्धित प्रश्नों का भरपूर समावेश किया गया है ।

Hindi Sahitya Ka Itihas -Ranchi University, N.P.U

by Hardayal Nagendra

हिंदी साहित्य का इतिहास इस किताब में हिंदी साहित्य का भंडार पर्याप्त समृद्ध है। गद्य तथा पद्य की लगभग सभी विधाओं का प्रचुर मात्रा में साहित्य-सर्जन हुआ है। अनेक कालजयी कृतियाँ सामने आईं। लेखक-कवियों ने भी सर्जना के उच्च मानदंड स्थापित किए, जिन पर साहित्य-सृजन को कालबद्ध किया गया; वह युग उनके नामों से जाना गया। डॉ. नगेन्द्र ने गहन शोध और चिंतन के बाद हिंदी साहित्य के पूरे इतिहास पर विहंगम दृष्टि डाली है। इससे पहले भी हिंदी का इतिहास लिखा गया; पर डॉ. नगेन्द्र का ज्ञान विस्तृत फलक पर दिग्दर्शित है। इसमें आदिकाल यानी वीरगाथा काल का अपभ्रंश काव्य एवं देशभाषा काव्य के विवरण के बाद भक्तिकाल की ज्ञानमार्गी, प्रेममार्गी, रामभक्ति शाखा, कृष्णभक्ति शाखा तथा इस काल की अन्य रचनाओं को अपने अध्ययन का केंद्र बनाया है। इसके बाद के रीतिकाल के सभी लेखक-कवियों के साहित्य को इसमें समाहित किया है।

Bhartiy Itihaas Main Mahilayen M.A. SEM-II Ranchi University, N.P.U: भारतीय इतिहास में महिलाएँ एम.ए. सेमीस्टर-II राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by K. L. Khurana S. S. Chauhan

प्रस्तुत पुस्तक भारतीय इतिहास में महिलाएँ, डॉ. के. एल. खुराना और डॉ. एस. एस. चौहान द्वारा लिखित है, जो लक्ष्मी नारायण अग्रवाल ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठपुस्तक में बीस अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । पुरुषों की तुलना में भारत में महिलाओं की संख्या कदाचित् कम नहीं है, इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि एक स्वस्थ समाज के निर्माण में भी महिलाओंने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है । समाज व देश के आदर्शों और उच्चतम मूल्यों का संरक्षण भी उन्होंने अत्यन्त सफलतापूर्वक किया है । उनके ही उदार दृष्टिकोण के कारण सामाजिक परम्पराएँ एवं मान्यताएँ जीवित हैं । महिलाओं के त्याग, प्रयास और ज्ञान के कारण विद्वानों की यह मान्यता है, कि समाज की वस्तुस्थिति और उसके स्तर की जानकारी, समाज में रहने वाली महिलाओं की स्थिति से जानी व समझी जा सकती है। इस किताब में उन्हीं भारतीय महिलाओं के इतिहास बारे में बताया गया है।

Bharat Ki Videsh Neeti M.A. - Ranchi University, N.P.U: भारत की विदेश नीति एम. ए. - रांची विश्वविद्यालय, निलांबर पितांबर विश्वविद्यालय

by S. C Sinhal

भारत की विदेश नीति समस्त भारतीय के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (U.G.C.) के निर्धारित नवीन पाठ्यक्रमानुसार एम. ए. के छात्र-छात्राओं के लिए यह पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में नवीन परीक्षा प्रणाली को सीखने के दृष्टीकोन से प्रश्नो को स्थान दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक के विषय में विदेश नीति का प्रमुख उद्देश्य यह है की नीति निर्धारित करने व देश के अन्य व्यवहार में अपने हित के अनुसार परिवर्तन लाने हेतु इस पाठ्क्रम का समावेश किया गया है ।

Bhartiya Kavya Shastra Avam Pashchatya Sahitya Chintan B.A. SEM-V Ranchi University, N.P.U: भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन बी.ए. सेमीस्टर-V राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by Sabhapati Mishra

प्रस्तुत पुस्तक ‘भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन’ डॉ. सभापति मिश्र द्वारा लिखित है, जो जयभारती प्रकाशन, इलाहाबाद द्वारा चतुर्थ संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठ्यपुस्तक में काव्यशास्त्र प्राचीन ज्ञाशशाखा है जो अद्यतन प्रवाहित है। इस शास्त्र की एक सुंदीर्घ परम्परा रही है जिसका प्रवर्तन आचार्य भरतमुनि के 'नाट्यशास्त्र' में दृष्टिगोचर होता है। इसी प्रकार अरस्तू ने 'पोइटिक्स' में काव्यशास्त्र के सिद्धान्तों का निरूपण किया है। काव्यशास्त्र का प्रमुख उद्देश्य काव्य के तत्त्वों का विवेचन करना एवं काव्य के स्वरूप का निरूपण करना है। काव्यशास्त्र में अमिधा, लक्षणा और व्यंजना तीन शब्दशक्तियाँ मानी गयी हैं। काव्य सर्जन महाकाव्य, खण्डकाव्य, गीतिकाव्य आदि रूपों में होता है। काव्यशास्त्र के अन्तर्गत विविध काव्यभेदों के सिद्धान्त निरूपित किये गये हैं। काव्यभेदों के स्नान गद्य के भी भेद हैं। प्रस्तुत पुस्तक में भारतीय काव्यशास्त्र के साथ-साथ पाश्चात्य साहित्य-चिन्तन का विवेचन किया गया है।

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